The News Point (चंदौली) : रेल मंत्रालय द्वारा मुख्यालय स्थित चंदौली-मझवार रेलवे स्टेशन पर दून एक्सप्रेस के ठहराव को लेकर सियासी खींचतान शुरू हो गई है. कांग्रेस जिलाध्यक्ष धर्मेंद्र तिवारी ने दोबारा ठहराव को लेकर मची क्रेडिट लेने की होड़ पर निशाना साधा है. कहा कि इस तरह की राजनीति से जिले की जनता अपने आपको को ठगी महसूस कर रही है. ट्रेन को हरी झंडी दिखाने के लिए राजनीतिक दलों के जिले में विद्यमान कुल तीन सांसद और विधायक की उपस्थिति ने अवसर को हास्यास्पद बना दिया.
उन्होंने कहा कि कोरोना काल में रेल मंत्रालय द्वारा कुछ ट्रेनों को निरस्त करने के साथ कुछ ट्रेनों का अस्थायी तौर पर स्टॉपेज समाप्त किए गए थे. लेकिन लगता है जनपद में कोरोना काल अब समाप्त हुआ है. मंगलवार को दून एक्सप्रेस के ठहराव पर हरी झंडी दिखाने के लिए आयोजित सरकारी समारोह में राजनीतिक दलों द्वारा इसका श्रेय लेने के होड़ होड़ मची रही. कहा कि यह एक राजनीतिक ड्रामेबाजी के अलावा कुछ नही था. चंदौली मझवार स्टेशन पर दून एक्सप्रेस का ठहराव तत्कालीक कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष अब्दुल अलीम साहब के कहने मात्र से पंडित कमलापति त्रिपाठी ने करा दिया था. आज उसी ट्रेन का पुनः ठहराव होने पर तीन सांसद और विधायक श्रेय ले रहे हैं,और सियालदाह एक्सप्रेस का ठहराव तो पं. कमलापति त्रिपाठी जी ने 1976 में ही कराया था. चंदौली और सैयदराजा में लगातार दोनों स्टेशनों पर बाद में 1980 में लगातार तीसरे स्टेशन कर्मनाशा पर रोकने का आदेश भी किया था. बाद की सरकारों में ये ठहराव खत्म कर दिये गये थे.
उन्होंने पुराने दिनों को याद करते हुए कहा कि जिले में मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय स्थापित करके भारतीय रेलवे के मानचित्र पर चंदौली को प्रमुख स्थान दिया था. कांग्रेस ने मुगलसराय रेलवे जंक्शन की बिल्डिंग बनवाया वाराणसी कैण्ट रेलवे स्टेशन बनवाया इसके बावजूद इतना झण्डा नहीं दिखाया होगा, जितना झण्डा जिले के माननीय सांसद गणों एवं नेताओं ने चन्दौली मझवार की बिल्डिंग बनवाया वाराणसी कैण्ट रेलवे स्टेशन बनवाया. इसके बावजूद इतना झण्डा नहीं दिखाया होगा. जितना झण्डा जिले के सांसद गणों एवं नेताओं ने चन्दौली मझवार स्टेशन पर देहरादून एक्सप्रेस के मात्र दो मिनट के ठहराव का श्रेय लेने के लिए दिखाया.
इसके अलावा कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने जिला मुख्यालय चंदौली-मझवार स्टेशन पर एकात्मता एक्सप्रेस, रांची इंटरसिटी एक्सप्रेस, महाबोधि एक्सप्रेस सियालदह एक्सप्रेस सहित लखनऊ और दिल्ली, मुम्बई जाने वाली अन्य प्रमुख ट्रेनों का भी ठहराव की मांग की.