The News point (चन्दौली) : डीडीयू मंडल स्थित वरिय मंडल सुरक्षा आयुक्त कार्यालय में तैनाती के दौरान आरपीएफ जवानों की मेहनत की कमाई डकारने के आरोपी बिलिंग कलर्क युवराज सिंह की लगभग एक करोड़ की संपत्ति चंदौली पुलिस व प्रशासन ने जब्त कर ली है. युवराज के खिलाफ दर्ज मुकदमें में चंदौली पुलिस की ओर से गैंगस्टर की कार्रवाई की गई थी. इसके बाद अब उसकी संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई अमल में लाई गई है.
विदित हो कि आरोपी युवराज ने डीडीयू मंडल के कमांडेंट कार्यालय में बिलिगं कलर्क के पद पर कार्यरत रहते हुए आरपीएफ कर्मियों का मासिक वेतन की राशि वेतन से अधिक धनराशि बनाकर अपने तथा अपनी पत्नी नितू सिंह के खातों में सीधे ट्रान्सफर करता था. वहीं वेतन की मूल राशि रेल कर्मियों को अपने तथा अपनी पत्नी के खातों से जरिये ट्रान्सफर किया करता था. यह कार्य 2017-18 से कर रहा था. इस प्रकार युवराज सिंह व उसकी पत्नी नीतू सिंह ने लगभग पांच करोड़ रुपये अधिक का गबन किया था.
घटना का खुलासा होने के बाद युवराज और उसकी पत्नी के विरूद्ध मुगलसराय कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया. जिसके बाद चंदौली पुलिस की ओर से गैंगस्टर की कार्रवाई की गई. इस मामले में जिलाधिकारी चन्दौली निखिल फुंडे द्वारा निर्गत आदेश के क्रम में व पुलिस अधीक्षक आदित्य लांग्हे के निर्देश पर चन्दौली पुलिस व प्रशासन ने गैंगेस्टर के आरोपी युवराज सिंह व उसकी पत्नी सह अभियुक्ता नीतू सिंह निवासीगण कानपुर स्थित आवास से कैश 11 लाख 60 हजार रुपये, क्रेटा कार जिसकी अनुमानित कीमत 7 लाख 15 हजार रुपये व मथुरा में स्थित भूखण्ड अनुमानित कीमत 80 लाख रुपये को राज्य सरकार के पक्ष में जब्त किया गया है.