The News Point (चन्दौली) : साइबर ठग आएदिन नए नए हथकंडों से लोगों को अपनाकर ठगी की घटना को अंजाम दे रहे है. साइबर ठगी के इस जाल में अब पुलिस अधिकारियों की छवि का भी इस्तेमाल करने से बाज नहीं आ रहे है. करीब एक सप्ताह पूर्व एक व्यक्ति के फोन पर कॉल आई, जिसमें आईएसडी कोड पाकिस्तान का था और चंदौली के सीओ की फोटो लगी थी. साइबर ठग ने एसपी कार्यालय से बोलने की बात कहकर गहने बरामद करने के नाम पर रुपये मांगे.
जिले में पिछले छह महीने में पांच से छह मामले ऐसे सामने आए हैं, जिनमें एसपी और सीओ के नाम पर ठगी का प्रयास किया गया है. हालांकि लोगों की सजगता के कारण साइबर ठग सफल नहीं हो पाए. सोशल मीडिया में लोगों की फोटो, मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी आदि सार्वजनिक से साइबर ठग लाभ उठा रहे हैं. पहले लोगों से ओटीपी पूछकर बैंक खाते से रुपये गायब गायब करते थे. लोग जागरूक हुए तो मोबाइल में किसी न किसी बहाने से साफ्टवेयर डाउनलोड कराकर ठगी होने लगी. अब पुलिस विभाग के अधिकारियों के नाम पर कॉल कर ठगी का प्रयास कर रहे हैं. लोगों को झांसा देने के लिए अधिकारियों की फोटो डीपी पर लगाकर कॉल कर रहे हैं.
सीओ पीडीडीयू नगर अनिरुद्ध सिंह की फोटो लगाकर ठग ने 17 मई को गाजीपुर के एक व्यक्ति को फोन किया. ठग ने कहा कि पांच लड़के रेप के आरोप में गिरफ्तार किए गए हैं, जिनमें एक लड़का आपका है. ठग ने पहले लड़के के बारे में जानकारी ली और फिर उसे छोड़ने के नाम पर 40 हजार रुपये मांगने लगे. जिस फोन नंबर से कॉल आई थी, उसके पहले आईएसडी कोड 92 लिखा था, जो पाकिस्तान का है.