The News Point (चंदौली) : निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ संजय निषाद संवैधानिक अधिकार रथयात्रा को लेकर शनिवार को चन्दौली पहुँचे. यहां निषादों को अनुसूचित जाति में शामिल कर आरक्षण देने की आवाज को बुलंद किया. इस दौरान सपा-बसपा और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि अंबेडकर के संविधान का फायदा वाशरमैन और मिल्क मैन उठा ले लिया गए. जबकि फिशर मैन आज भी अपने हक के इन्तेजार में है. इस दौरान उन्होंने वक्फ बिल, औरंगजेब और बसपा द्वारा भाई चारा कमेटी के गठन की एक बार फिर शुरुआत को लेकर प्रतिक्रिया दी. कहा कि देश मे जालीदार टोपी वालों की हालत सबसे खराब है.
वक्फ की आड़ में होते है अवैध कार्य…
पत्रकारों से बातचीत के दौरान डॉ संजय निषाद ने वक्फ बोर्ड के गठन के सवाल पर कहा कि भारत के संविधान मे संविधान बेईमानों को हटाता है. संविधान के तहत लोगों को व्यवस्था दी जाती है. चाहे मुसलमान हो या हिंदू हो. वक्फ बोर्ड के लिए तहत अल्लाह के नाम पर एक व्यवस्था दी गई है, ट्रस्ट बनाया गया है उनके नाम पर भूमि है और व्यवस्था दी है. लेकिन उसमें अवैध कारोबार होते रहे हैं. कोई एक आदमी जो चाहे लिख दे ऐसा नहीं होगा. यह राष्ट्र संविधान से चलता है. संविधान में अवसर दिया गया है कि जो भी भारत के नागरिकों के हित में कानून बनना चाहिए. इसीलिए वह बिल आया था.
हम कहते हैं कि वक़्फ़ बोर्ड की विसंगति को दूर करना भी संविधान का काम है. कई एजेंसियों की जांच में सामने आया है कि वक्फ बोर्ड के नाम पर इल्लीगल काम होते थे. कानून बन जाएगा तो मुस्लिम भी आराम से रहेंगे. दंगा फसाद खत्म हो जायेग. वह भी डॉक्टर इंजीनियर बन रहे हैं. गांव का जो गरीब मुसलमान है, उसको धार्मिक उन्माद की तरफ नहीं लौटाएंगे. वक़्फ़ बोर्ड और मदरसे में भी एकेडमिक शिक्षा होनी चाहिए. उनको भी पढ़ने का अधिकार है. ऐसा नहीं है कि सिर्फ धर्म पढ़ाया जाएगा और जबरदस्ती पढ़ाया जाएगा. अब देश तलवार से नहीं चलेगा बल्कि व्यवहार से चलेगा.
औरंगजेब को आदर्श मानने वाले हो जाएंगे समाप्त…
औरंगजेब के मुद्दे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि औरंगजेब का मामला कभी शांत नहीं होगा. इतिहास हमेशा प्रेरणा देती है, लोग जागृत होते हैं,इंस्पायर्ड होते हैं कि दुश्मन कौन है दोस्त कौन है? औरंगजेब आक्रमणकारी थे, उनको जो आदर्श मानेगा वह देश से समाप्त हो जाएगा. आदर्श मानने वाले अपने बेटे का नाम औरंगजेब रख ले.
इस देश में आंबेडकर आदर्श है,भगवान राम और निषादराज आदर्श हैं. आदर्श उनक मानना चाहिए जिसने अंग्रेजो और मुगलों को मारकर भगाया. जो क्रांतिकारी और शहीद है. वह नहीं जिसने देश पर कब्जा किया. महिलाओं को जोहर करने पर मजबूर किया. हम औरंगाबाद गए थे हमने देखा कि जो भी कब्र पर आदमी आते थे दो पत्थर मार कर चले जाते थे. जिसके कब्र पर पत्थर मारा जाता हो और उसे सपा के नेता आदर्श कह रहे है, और अनुसरण की बात कह रहे है. सपा ऐसे ही अनुसरण करती रही तो समाप्तवादी हो जाएगी.
मायावती द्वारा भाईचारा कमेटी बनाने से नहीं पड़ेगा कोई फर्क
मायावती द्वारा भाईचारा कमेटी को बहाल किए जाने के सवाल पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि बसपा सुप्रीमों कुछ भी बहाल कर लें, कोई फर्क नहीं पड़ता है. बहन जी जब तक 18 परसेंट निशादो की लड़ाई नहीं लड़ेंगी और एससी में आने में रुकावट बंद नहीं करेगी.कुछ नहीं होने वाला है. जब वह गद्दी पर आइ तो वंचितों की जमीन छीन ली. पहले आरक्षण मिला था उसको भी उन्होंने बैन कर दिया. 18 परसेंट निषाद भी अनुसूचित जाति में हैं, यदि वह अंबेडकरवादी नीति की है, तो अंबेडकर के लिखे सारे पन्नों को लागू करेंगे. निषादों को उनका हक दें, तभी कुछ हो पाएगा.
जालीदार टोपी वाले जब तक उठाएंगे कांग्रेस का झंडा, तब तक खाएंगे डंडा
कर्नाटक में मुसलमानो को चार परसेंट आरक्षण देने के सवाल पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मुसलमान भाई बेचारे जालीदार टोपी वालों की हालत देश में सबसे खराब है. यह जालीदार टोपी वाले जब तक कांग्रेस और दूसरे दलों का झंडाऔर डंडा उठाते रहेंगे. तब तक अपनी पीठ पर डंडा खाते रहेंगे. हमारी सरकार चाहती है मुसलमान का बच्चा डॉक्टर इंजीनियर बने एकेडमिक शिक्षा पढ़ाई करे. वह भी भारत का नागरिक है, लेकिन यह लोग उन्हें उन्मादी बनाते है, बताइए 4 प्रतिशत से उसका क्या होगा. आज तक धर्म के आधार पर संविधान में कभी भी आरक्षण देने की बात नहीं की गई. धर्म के नाम पर आरक्षण देना संविधान के खिलाफ है.