Chandauli loksabha : देश में आदर्श आचार संहिता भले ही 16 मार्च को लागू हुआ हो. लेकिन सभी सियासी पार्टियां एक महीने पहले से ही चुनावी पिच तैयार कर जुट गए. ताकि चुनावी राह आसान हो सके. सत्ता से जुड़े लोग लोकार्पण व शिलान्यास का झुनझुना पकड़ाने में जुट गए. तो विपक्ष उनके दावों और कामों की हकीकत बताने दिखाने में जुट गए. चन्दौली भी इससे अछुता नहीं रहा. यहां भी केंद्रीय मंत्री व सांसद डॉ महेंद्र पांडेय 1 हजार करोड़ से ज्यादा की योजनाओ की सौगात दी. हालांकि विपक्ष इसे चुनावी लॉलीपॉप करार दे रहा है. वहीं अधिकारियों की माने तो ऐसे काम जो अब तक शुरू नहीं किए जा सके. वे आचारसंहिता के दौरान शुरू नहीं किए जा सकेंगे.
विदित हो कि आचार संहिता लागू होने से पूर्व प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, स्थानीय सांसद व भारी उद्योग मंत्री डॉ महेंद्र नाथ पांडेय के साथ ही क्षेत्रीय विधायक ने लोकसभा में जमकर योजनाओं की सौगात दी. ताकि विकास की रफ्तार को बढ़ाया जा सके. 9 मार्च को सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विशाल जनसभा को संबोधित करने से पूर्व 743 करोड़ की 78 परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया. जिसमें 567 करोड़ की लागत के 37 परियोजनाओं का शिलान्यास किया. जिसमें पुलिस लाइन, स्टेडियम समेत सड़क सिंचाई शिक्षा, स्वास्थ्य से जुड़े विभिन्न के विकास कार्य शामिल है. जबकि जबकि 174 करोड़ की योजनाओं का लोकार्पण कर जनता को समर्पित कर दिया.
इसके अलावा पीएम मोदी ने आजमगढ़ से वर्च्युअल शिलान्यास करते हुए 8.76 करोड़ की 3 प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़कों की सौगात दी. इसके अलावा 2 वंदे भारत ट्रेन की सौगात दी. जिसका ठहराव डीडीयू जंक्शन पर होगा. तो वहीं केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने जिले में 6 फुट ओवर ब्रिज को अपनी स्वीकृति प्रदान की है.
इसके अलावा 14 मार्च को केंद्रीय मंत्री महेंद्र पांडेय ने 179.32 का लोकार्पण व शिलान्यास किया. जिसमें पीडब्ल्यूडी, ग्रामीण अभियंत्रण विभाग, जिला पंचायत व मनरेगा से जुड़े 124.72 करोड़ रुपए की 631 परियोजनाओं का शिलान्यास किया. इसमें 67 करोड़ 25 लाख रुपए से निर्मित होने वाला बहुप्रतीक्षित पं दीन दयाल उपाध्याय नगर-भुपौली-चहनियां मार्ग प्रमुख रूप से शामिल है. जबकि 24 लाख की लागत से निर्मित एक योजना का लोकार्पण किया. इसके अलावा टाटा कम्पनी और सुलभ इंटरनेशनल के सीएसआर फंड से निर्मित होने वाले 50 शौचालय का भी शिलान्यास करते हुए ग्रामीण स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए शौचालय के निर्माण पर समझौता भी हुआ.
गौरतलब है कि चुनावी माह में भी लोगों को योजनाओं की सौगात तो मिल गई. लेकिन इसके लाभ के लिए लोगों को अभी लंबा इंतजार करना पड़ेगा. क्योंकि जिन योजनाओ का आननफानन में शिलान्यास किया गया. वे सभी काम अचार संहिता से ही पहले शुरू नहीं हुए तो उन्हें इलेक्शन के बाद ही किया जाएगा. जिला अर्थ संख्या अधिकारी नरेंद्र यादव ने बताया कि जनपद में आचार संहिता के बाद नए कार्यों की शुरुआत नहीं होगी। जो विकास कार्य जनपद में पहले से कार्य चल रहे हैं वह जारी रहे़ंगे.