The News Point (चन्दौली) : जिले का बेसिक शिक्षा विभाग अपने भ्रष्टाचार को लेकर एक बार फिर सुर्खियों में है. शिक्षाधिकारी और ठेकेदारों के बीच बातचीत का ऑडियो वायरल हुआ है. जिसमें शिक्षाधिकारी चन्दौली के पूर्व बीएसए सत्येंद्र सिंह बताए जा रहे है. ठेकेदार, बेसिक शिक्षा अधिकारी को पहले 3 प्रतिशत और बाद में 4 प्रतिशत कमीशन देने की बात कह रहा है, जबकि शिक्षाधिकारी 6 प्रतिशत लेने पर अड़े हुए है. वहीं प्रभारी जिलाधिकारी सुरेंद्र सिंह ने बताया मामला संज्ञान में नहीं है, ऑडियो प्राप्त होने जांच की जाएगी. ‘The News Point’ इस वायरल ऑडियो की पुष्टि नहीं करता है.
इस वायरल ऑडियो में तत्कालीन बीएसए ने ठेकेदार से 6 प्रतिशत कमीशन की मांग की. जब ठेकेदार ने असमर्थता जताई तो शिक्षा अधिकारी कहते है कि आपके काम के लिए मैं डीएम के सामने गिड़गिड़ाया हूं. उनसे कमिटमेंट किया गया है,तब काम हुआ है. ऐसे थोड़े न काम हुआ है. उनको भी देना है. ठेकेदार गिड़गिड़ाता है सर प्लीज चार परसेंट पर मैनेज कर लिजिए. तो इसका चैप्टर क्लोज कर दूं. खास बात यह है कि बीएसए साहब कमीशन में कटौती पर टस से मस नहीं हुए. बोले इसमें डीएम को भी समझना है. लेखाधिकारी (एओ)वाला आप देखिएगा . इससे ज्यादा बात नहीं करूंगा.
गौरतलब है की पूर्व बीएसए सत्येंद्र सिंह के खिलाफ भ्र्ष्टाचार का ये पहला मामला नहीं है. इससे पूर्व भी गाड़ियों के टेंडरिंग में करोड़ो के खेल का मामला सामने आया है. जिलाधिकारी ने इस पूरे मामले की जांच के लिए जॉइंट मजिस्ट्रेट हर्षिका सिंह के नेतृत्व में दो सदस्यीय टीम का गठन भी किया है. जिसकी जांच अभी चल रही है.
बहरहाल अब ये देखना दिलचस्प होगा कि बेसिक शिक्षा विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार का मामला पटल पर आने के बाद शासन और प्रशासन कितना संजीदगी दिखाता है? जांच के बाद जिम्मेदार के लिए खिलाफ कार्रवाई होती है या फिर इस मामले को भी जांच के नाम भी ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है.