The News Point (चंदौली) : लोकसभा चुनाव के बाद चहनियां ब्लॉक प्रमुख की कुर्सी को लेकर भी जोर आजमाइश देखने को मिली. सत्ता पक्ष से जुड़े दो-दो धुरंधर के बीच दिनभर नूराकुश्ती देखने को मिली. लेकिन ब्लॉक सदन को लेकर सड़क लेकर सदन तक चले हाई प्रोफाइल ड्रामा के बीच असल बाजी विपक्ष मार ले गया. पुलिस प्रशासन की प्रेशर पॉलिटिक्स के बीच सकलडीहा विधायक प्रभु नारायण सिंह यादव बागी क्षेत्र पंचायतों के समर्थन उतर आए. यही नहीं पुलिस प्रशासन के लोगों को अल्टीमेटम भी दे दिया. कहा, संविधान से उतर जाओगे सामने हमें पाओगे. और अंततः आयोजित बजट सत्र की बैठक स्थगित करनी पड़ी.
दरअसल गुरुवार को चहनियां विकास खंड सभागार में विकास कार्यों के लिए बजट सत्र की बैठक होनी थी. बीडीसी का एक गुट इसका विरोध करने लगा. ब्लॉक प्रमुख से नाराज बीडीसी चहनियां स्थित शिव मंदिर पर पहुंच गए और बैठक का विरोध शुरू कर दिया. जिसके बाद प्रशासन ने सदस्यों को वहां से हटवाने की कोशिश की. इसकी सूचना के बाद सपा विधायक प्रभुनारायण सिंह यादव मौके पर पहुंच गए. उन्होंने प्रशासन की कार्रवाई का विरोध किया. कहा की जनपद में धारा 144 नहीं लागू है. बीडीसी जनप्रतिनिधि हैं और कहीं भी बैठकर सभा कर सकते हैं. मंदिर सार्वजनिक स्थान होता है. यहां वह बैठ सकते हैं.वहीं बीडीसी का कहना है कि 70 सदस्य इस बैठक से असंतुष्ट हैं, इसलिए इसका विरोध कर रहे हैं.

सपा विधायक प्रभुनारायण सिंह यादव ने कहा कि आज क्षेत्र पंचायत की बैठक थी. कोरम के अभाव में अभी बैठक स्थगित हो गई है. आरोप लगाया कि सत्ता के इशारे पर यहां के क्षेत्र पंचायत प्रमुख यहां के अधिकारियों से मिलीभगत करके नाजायज तरीके से प्रस्ताव पास कराना चाहते है. जिसका मेरे पास प्रमाण भी है. हम लोग संविधान को मानने और आस्था व्यक्त करने वाले लोग है. हम लोग सहमत है कि जो भी प्रस्ताव पास करने की कार्रवाई करवाएं वह मान्य है. लेकिन उसका संसदीय तरीका होता है. आज के पहले 2023 में एक मीटिंग हुई थी. जिसका हमारे पास रिकॉर्ड है कि वह मीटिंग कैंसिल हो गई. लेकिन तीन से चार करोड़ के काम फर्जी तरीके से टेंडर करके हुआ है, जबकि नियम है कि कार्ययोजना स्वीकृत हुए बिना कोई टेंडर नही होता है. भ्रष्टाचार को लेकर बीडीसी ने हमें पत्रक दिया था कि उस कामों का जांच कराया जाय. उस पत्र को संज्ञान में लेकर मैंने जिलाधिकारी को वह पत्र सौंपा है. जिसकी जांच चल रही है.
ब्लॉक प्रमुख अरुण जायसवाल ने कहा कि विकास क्षेत्र चहनियां की बहुत महत्वपूर्ण बैठक थी. क्षेत्र के विकास के लिए व कार्ययोजना को पारित करने के लिए आज बैठक निर्धारित किया गया था. लेकिन सपा के गुंडे आज भी चहनियां में आकर के तहलका मचाएं हुए है. हमारे क्षेत्र पंचायत सदस्य संजय चौरसिया को सपा के तथाकथित गुंडे दुकान पर जाकर गाली-गलौज देकर गाड़ी से अपहरण करने की कोशिश कर रहे थे. इसके अलावा सुबह और रात में बीडीसी के घर-घर जाकर के धमकाकर व किडनैप कर इनलोगों ने मीटिंग में जाने से रोका. बीडीसी संजय चौरसिया के द्वारा पांच लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर किया गया है. योगी जी की सरकार है किसी की गुंडई चलने वाली नही है. कहा कि आज बैठक हमारे 105 बीडीसी में हमलोग 35 लोग उपस्थित हुए. कोरम के अभाव के कारण मैंने बैठक को स्थगित कर दिया. आगामी आठ दिन के अंदर दूसरी बैठक की घोषणा की जाएगी. साथ ही आरोप लगाने को अपने गिरेबान में झांकने की नसीहत दी.

वहीं बागी क्षेत्र पंचायतों के सूत्रधार पूर्व ब्लॉक प्रमुख पति उपेंद्र सिंह ने कहा कि यह मामला है कि जनमानस से जुड़ा है. ब्लॉक प्रमुख अरुण जायसवाल को यहां की जनता ने चुना. क्षेत्र पंचायत सदस्यों ने उन्हें एकतरफा वोट देकर उन्हें ब्लॉक प्रमुख बनाया. लेकिन अब क्षेत्र पंचायत सदस्यों के प्रस्तावों को अनदेखा करना ठीक नहीं है. जब बात हद से ज्यादा हो गई तो क्षेत्र पंचायत सदस्य एकजुट होकर सामने आए है. उस सहयोग की कड़ी में रहने के कारण मैं भी उनके साथ खड़ा हुआ. इसके एवज में राजनैतिक लोग दो फाट में खड़े हुए. यहीं नहीं मेरे व मेरे सहयोगियों के खिलाफ फर्जी तरीके मुकदमा दर्ज करा दिया गया. ताकि मेरी आवाज को आवाज दबाया जा सके.
खंड विकास अधिकारी दिव्या ओझा ने बताया की क्षेत्र पंचायत के 2024-25 की कार्ययोजना को लेकर बैठक थी. जिसे स्थगित कर दिया गया है. वहीं विधायक के भ्रष्टाचार को लेकर आरोपो को सिरे से खारिज कर दिया. 3 नवम्बर की बैठक जो 2024-25 के कार्ययोजना को लेकर ही करवाई जा रही थी. वह चुनाव के दृष्टिगत नवम्बर में कैंसिल हो गई थी. क्योंकि इलेक्शन के समय में बैठक नही कराई जा सकती थी. 2023-24 की कार्ययोजना में जो भी प्रस्ताव पारित हुए थे उसी पर ही कार्य कराया गया था.