Chandauli news : जिला न्यायालय एवं मुख्यालय निर्माण संघर्ष समिति ने मुख्यालय विकास को लेकर शुक्रवार को आंदोलन के 111वें दिन आंदोलन को जारी रहा। इस दौरान प्रातः राष्ट्रगान के साथ ही आंदोलन का आगाज हुआ तो भारी संख्या में अधिवक्ता उसमें शामिल होकर आंदोलन को मजबूती प्रदान करते दिखे। इस दौरान अधिवक्ता प्रवीण कुमार तिवारी ने कहा कि देश का यह पहला जनपद है जहां जिले के सृजन के 27 वर्ष बाद भी विकास कोसों दूर है। जबकि इसके साथ के बने सारे जिले अपने पूर्ण अस्तित्व को प्राप्त कर चुके हैं। अब तक की जितनी भी सरकारें यूपी की सत्ता में सभी ने चंदौली के सौतेला व्यवहार किया है। जिसे अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
इस दौरान पूर्व सैनिक व अधिवक्ता फिरोज खान ने कहा कि जनप्रतिनिधियों को यह सोचने की जरूरत है कि यही चंदौली की जनता ने अपने मत को लेकर जीत दिलाई है। जिसकी वजह से नेता आज सत्ता का सुख भोग रहे हैं। लेकिन जनता के हाथ आज भी खाली हैं क्योंकि ये जनप्रतिनिधि अपने दायित्वों के प्रति उदासीन हैं। ऐसे में जनता को भी यह समझना होगा कि आगामी दिनों में होने वाले चुनाव में जनता के हितों को प्राथमिकता देने वाले जननेता का चयन करे।
रितू भारती ने कहा कि हम सभी अधिवक्ता हैं और यह लड़ाई अधिवक्ता अपने किसी निजी स्वार्थ के लिए नहीं लड़ रहा है और ना ही चंदौली के मुद्दे पर अधिवक्ताओं को राजनीति ही करनी है। हम सभी चंदौली के गरीब व मजलूम को न्याय दिलाने के लिए लड़ने का काम करते हैं। आज हम सभी को यह आभास हो रहा है कि चंदौली जनपद की स्थिति बहुत दयनीय है। ऐसे में अधिवक्ताओं ने चंदौली को न्याय दिलाने के लिए यह आंदोलन छेड़ रखा है। आंदोलन को उसके मुकाम तक पहुंचाने के लिए अधिवक्ता किसी भी कीमत को चुकाने के लिए तैयार है। इस आंदोलन में मजबूती प्रदान करने के लिए महिलाओं को भी जागरूक व प्रेरित करने का काम आगे आने वाले दिनों में किया जाएगा, ताकि उनकी भी भागीदारी इस आंदोलन में सुनिश्चित हो सके।
इस अवसर पर मुरलीधर सिंह, गिरीश यादव, योगेंद्र सिंह, चंदन कुमार सिंह, प्रवीण तिवारी, जितेंद्र बहादुर सिंह, दिनेश कुमार यादव, अश्वनी कुमार सिंह, अनिल कुमार सिंह, सत्येंद्र कुमार बिंद, आरएन विश्वकर्मा, प्रभात कुमार सिंह, संदीप सिंह, उज्ज्वल सिंह, राजेश जायसवाल, पूरन यादव, मेंहदी हसन अंसारी, रितिक रोशन सिंह, प्रियंका श्रीवास्तव, अमित कुमार, मनोज आदि उपस्थित रहे। अध्यक्षता झन्मेजय सिंह व संचालन धनंजय सिंह ने किया।