The News Point (चंदौली) : जिला मुख्यालय स्थित सूर्य हॉस्पिटल ने मानवता का ऐसा उदाहरण प्रस्तुत किया, साबित किया डॉक्टर वास्तविक भगवान के रूप होते है. घटना नेशनल हाईवे-19 पर बिछिया गांव के पास की है, जहां सैयदराजा थाना क्षेत्र के मुड़ा गांव निवासी सौरभ तिवारी की बाइक को कंटेनर ने जोरदार टक्कर मार दी. हादसे में बाइक चकनाचूर हो गई और सौरभ गंभीर रूप से घायल होकर सड़क पर गिरकर तड़पने लगे. सूचना के बाद तत्काल मौके पर पहुंची सूर्या हॉस्पिटल की एंबुलेंस से घायल को अस्पताल लाकर बेहतर उपचार किया. समय से चिकित्सा सुविधा मिलने की वजह से घायल की जान बच गई.अस्पताल के इस पहल लोग प्रशंसा कर रहे है.
एम्बुलेंस की देरी के बाद पहुँचा अस्पताल कर्मी
विदित हो कि बीती रात सौरभ को कंटेनर से जोरदार टक्कर मार दी थी. उनके हेलमेट के ऊपर से वाहन गुजरने की तेज आवाज से आसपास के लोग दौड़े. घायल सौरभ तिवारी लहूलुहान हालत में सड़क पर पड़े थे. स्थानीय लोगों ने तत्काल 108 एंबुलेंस और पुलिस को सूचना दी, लेकिन एंबुलेंस के आने में देरी हो रही थी. इसी बीच, किसी ने सूर्य हॉस्पिटल को भी हादसे की सूचना दी. सूचना मिलते ही अस्पताल के कर्मचारी तुरंत अपनी एंबुलेंस लेकर घटनास्थल पहुंचे. सौरभ को मौके पर प्राथमिक उपचार देते हुए उन्हें अस्पताल ले जाया गया.
हमारा मकसद मरीजों की जान बचाना, पैसा कमाना नहीं
सूर्या हॉस्पिटल के डॉक्टर गौतम त्रिपाठी ने बताया कि सौरभ के सिर पर गंभीर चोटें और कई फ्रैक्चर थे. समय पर उपचार मिलने से उनकी जान बच गई. डॉक्टर त्रिपाठी ने कहा, “हमारा उद्देश्य मरीजों की जान बचाना है, पैसा कमाना नहीं. किसी भी सूचना पर हमारी एंबुलेंस तुरंत मौके पर जाती है, और मरीज को इलाज उपलब्ध कराती है.”
परिजनों ने डॉक्टरों की प्रशंसा की
इस घटना के बाद, सौरभ के परिजन और स्थानीय लोगों ने हॉस्पिटल के कर्मचारियों और डॉक्टरों की प्रशंसा की और धन्यवाद ज्ञापित किया. परिजनों ने कहा कि अगर सूर्या हॉस्पिटल की टीम समय पर नहीं पहुंचती, तो सौरभ की जान बचाना मुश्किल होता. सूर्य हॉस्पिटल ने न केवल मरीज की जान बचाई, बल्कि यह साबित किया कि आपातकालीन परिस्थितियों में तत्काल और समर्पित प्रयास किसी की जिंदगी बचा सकते हैं.