The News Point (चंदौली) : नियामताबाद ब्लाक के प्रधानाध्यापक उमेश तिवारी और शिक्षिका सुनीता सिंह को निलंबित कर दिया गया है. कार्यों में लापरवाही पर दोनों के खिलाफ कार्रवाई की गई है. दोनों अध्यापकों को क्रमशः नाथूपुर व जीवधीपुर के प्राथमिक विद्यालयों से संबद्ध कर दिया गया है. बीएसए की कार्रवाई से महकमें में खलबली मची है.
बीईओ मनोज यादव ने बताया कि प्रधानाधायपक और शिक्षिका में मतभेद थे. इसे लेकर विद्यालय का माहौल खराब हो रहा था. शिक्षिका के पति ने तत्कालिन बीएसए को प्रार्थना पत्र देकर आरोप लगाया था कि प्रधानाध्यापक ने सहायक अध्यापिका को ग्रीष्मावकाश में गैरहाजिर दिखाया था. प्रधानाध्यापक पर फर्जी हस्ताक्षर करने और रसोईया की ओर से फर्जी तरीके से एससी-एसटी का मुकदमा दर्ज कराने सहित मानसिक प्रताड़ना के आरोप थे. तत्कालीन बीएसए प्रकाश सिंह ने जांच टीम का गठन किया था. जांच टीम ने 16 जनवरी को अपनी रिपोर्ट दी. इसके आधार पर बीएसए ने दोनों को निलंबित कर दिया.
प्रधानाचार्य से दुर्व्यवहार के आरोप में 2 परिचारक निलम्बित
प्रधानाचार्य से शुक्रवार की देर शाम दो परिचारक की ओर से दुर्व्यवहार करने पर के मामले संबंधित कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है. प्रधानाचार्य के कार्रवाई से कर्मचारियों में खलबली मची हुई है.बता दें कि सकलडीहा इंटर कॉलेज में नवोदय विद्यालय में प्रवेश परीक्षा-2025 के लिये शनिवार को परीक्षा होना था. इसको लेकर शुक्रवार को विद्यालय की ओर से टेबल बेंच सहित अन्य व्यवस्था के लिये प्रधानाचार्य की ओर से कर्मचारियों को निर्देशित किया गया था. परीक्षा को लेकर जोर शोर से तैयारी किया जा रहा था. इसी दौरान विद्यालय के दो कर्मचारी काम के समय नदारद हो गये. लेट से पहुंचने पर पूछताछ करने पर परिचारकों ने प्रधानाचार्य से दुर्व्यवहार किया. परिचारकों के दुर्व्यवहार से क्षुब्ध प्रधानाचार्य ने दोनों परिचारकों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया. प्रधानाचार्य कमलापति पांडेय ने कहा कि अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. चाहे कोई भी हो.