चंदौली – जिला न्यायालय निर्माण व मुख्यालय के पूर्ण विकास के मुद्दे पर संघर्ष समिति के अध्यक्ष झन्मेजय सिंह की अगुवाई में न्याय पदयात्रा दिल्ली के लिए रवाना हुई. इस दौरान व्यापारियों व अधिवक्ताओं की भारी भीड़ ने न्याय पदयात्रा को चंदौली कलेक्ट्रेट तक पहुंचाया. जहां बार काउंसिल आफ उत्तर प्रदेश के पूर्व अध्यक्ष व वर्तमान सदस्य हरिशंकर सिंह समेत सिविल बार अध्यक्ष चन्द्रभानु सिंह ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इसके बाद पदयात्रा अपने संकल्प के साथ दिल्ली के लिए रवाना हुई, जिसका जगह-जगह ग्रामीणों, ग्राम प्रधानों व स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने माल्यार्पण कर स्वागत एवं सम्मान किया. साथ ही पदयात्रा में कदमताल कर इस क्रांतिकारी मुहिम के सहभागी बने.
इस दौरान न्याय पदयात्रा की अगुवाई कर रहे अधिवक्ता झन्मेजय सिंह ने कहा कि जनपद चंदौली को 26 से झूठे आश्वासन देकर छला जा रहा है. यहां दीवानी न्यायालय भवन, न्यायिक अधिकारियों का आवास नहीं बन सका, जिसकी वजह से अधिवक्ता व वादकारियों के साथ ही न्यायिक अधिकारियों को कार्य करने में असुविधा होती है.
इसके अलावा जनपद चंदौली में पुलिस लाइन, जिला जेल, रोडवेज डिपो, रोडवेज स्टैंड, विकास भवन, स्टेडियम, सेल टैक्स आफिस, इनकम टैक्स आफिस, एआरटीओ आफिस आदि प्रमुख कार्यालयों का भवन आज तक नहीं बन सका है. इतना ही नहीं डीएम चंदौली, एसपी, एडीएम समेत तमाम जिला स्तरीय अफसर एवं जिला जज समेत तमाम न्यायिक अधिकारी किराए के भवन या दूसरे विभागों के भवनों में रह रहे हैं.
उन्होंने कहा कि चंदौली के साथ सृजित हुए कई जिले बहुत पहले अपने पूर्ण अस्तित्व को प्राप्त कर चुके हैं. कार्यकारी अध्यक्ष धनंजय सिंह ने कहा कि शासनादेश के विपरीत यहां के अधिकांश अधिकारी मुख्यालय पर निवास नहीं करते. इन्हीं समस्याओं के निराकरण के संकल्प के साथ चंदौली के विकास के लिए अधिवक्ताओं का एक प्रतिनिधिमंडल चंदौली से दिल्ली वाया लखनऊ पैदल निकल रहा है, और यह प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री से मिलकर चंदौली के विकास का निवेदन करेगा.
न्याय यात्रा के संयोजक जनमेजय सिंह ने चन्दौली की इस दुर्दशा के लिए जिले के प्रतिनिधियों को जिम्मेदार ठहराया. 9 साल से भाजपा की सरकार है, 55 दिनों से लगातार आंदोलन चल रहा है है. इसके बावजूद केंद्रीय मंत्री डॉ महेंद्र नाथ पांडेय व बीजेपी के विधायक के कानों पर जूं नहीं रेंग रहा है. बल्कि आंदोलन को खत्म करने के लिए साजिश रच रहे है. झूठ बोलकर गुमराह कर रहे है. हमारी आवाज को जनप्रतिनिधियों ने लखनऊ दिल्ली तक पहुचाने की बजाय दबाने का काम किया है. ऐसे में हम स्वयं यह यात्रा निकालकर सीएम योगी पीएम मोदी तक पहुचायेंगे. अब यह यात्रा अपनी मांगों को पूरा किए बिना नहीं लौटेगी.चाहे इसके लिए अपना बलिदान क्यों न देना पड़े.
इस दौरान बार काउंसिल के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि चन्दौली की लड़ाई के लिए जनमेजय सिंह ने जो लड़ाई शुरू की है. बार कांउसिल ऑफ उत्तर प्रदेश अंजाम तक पहुचाने का का करेगी. यह न्याय यात्रा जिन जिलों से होकर गुजरेगी. वहां बार काउंसिल अपना समर्थन देकर उन्हें मजबूती प्रदान करेगी. वहीं सिविल बार एसोसिएशन के अध्यक्ष चंद्रभानु सिंह ने कहा कि सांसद विधायक के आश्वासन पर एक महीने का समय समाप्त हो चुका है.लेकिन अब तक उनकी तरफ से कोई सार्थक पहल नहीं कि गई. ऐसे में अब आरपार की लड़ाई होगी. जब तक यह यात्रा वापस नहीं लौटेगी. अधिवक्ता राजस्व व प्रशासनिक कार्य से विरत रहेंगे.