Chandauli news : एनआईए की टीम ने सैयदराजा थाना क्षेत्र के बगही कुम्भापुर गांव में स्थानीय पुलिस के साथ छापेमारी की. एनआईए के डिप्टी एसपी अजय प्रताप सिंह के नेतृत्व में यह सर्च ऑपरेशन चला. छापेमारी में नक्सल गतिविधियों में बिहार के औरंगाबाद जेल में बंद रोहित राय के घर छानबीन की गई. छापेमारी में एनआईए की टीम ने स्थानीय लोगों से भी रोहित के बारे में पूछताछ की. छापेमारी के दौरान पुलिस स्थान और आसपास के क्षेत्र को सील कर दिया है.
बताया जा रहा है की इनपुट के आधार पर रोहित राय का सीपीआई माओवादी संगठन की विभिन्न गतिविधियों से तार जुड़े होने की बात सामने आई है.एनआईए की टीम ने रोहित के घर से नक्सल मूवमेंट से जुड़े कागजात व डायरी व फोल्डर अपने साथ ले गई. 6 घण्टे से ज्यादा समय तक चले सर्च ऑपरेशन के बाद एनआईए की टीम ने सर्च ऑपरेशन से जुड़ी रिसीव परिजनों को सौंपकर रवाना हो गई.
इस दौरान रोहित राय के घर पर बुजुर्ग मां बाप से अलावा कोई नहीं था. वहीं पूरे मामले के बाबत एनआईए व स्थानीय प्रशासन ने मीडिया को बयान देने से इनकार करते हुए कहा कि इसकी रिपोर्ट गृह मंत्रालय को दे दी जायेगी.गौरतलब है कि एनआईए की टीम द्वारा यूपी के 8 स्थानों पर छापेमारी की गई है. इसमें यूपी के प्रयागराज,वाराणसी,चंदौली, आजमगढ़ व देवरिया जिले शामिल हैं
गौरतलब है कि सैयदराजा थाना क्षेत्र के बगही कुंभापुर स्थित बच्चा राय के घर पर एनआईए की टीम ने छापेमारी की है. बच्चा राय मूलरूप से बिहार के दुर्गावती थाना क्षेत्र के बिठवार गांव रहने वाले है. जिनके पिता यहां आकर बस गए.बच्चा राय के दो बेटों रोहित 35 वर्ष रितेश 33 वर्ष है. जिसमे रोहित नक्सली गतिविधियों में संलिप्तता जाहिर होने की आशंका में छापेमारी की गई है. जबकि रितेश प्रयागराज में रहता है. दोनों ही भी प्रतिबंधित कम्युनिस्ट पार्टी माओवादी से जुड़कर विभिन्न गतिविधियों में शामिल रहे है. इसके अलावा संगठन के लिए युवाओं को बहलाफुसलाकर जोड़ने का काम कर रहे थे.