The News Point (चंदौली) : मुख्यालय स्थित सैम हॉस्पिटल में जिले का पहला आईवीएफ सेंटर शुरू हुआ है. गुरुवार को सैम हॉस्पिटल में शिविर इंदिरा आईवीएफ की पहली शिविर आयोजित की गई. इसका शुभारंभ डॉ. अज्मे जेहरा, डॉ. एसजी इमाम ने किया. शिविर में आसपास के इलाकों की लगभग दो दर्जन महिलाएं पहुंची. विशेषज्ञ चिकित्सकों ने उनकी जांच कर उचित चिकित्सकीय परामर्श प्रदान किया.
विदित हो कि जिले को इंदिरा आईवीएफ (इन विट्रो फर्टिलाइजेशन) के रूप में चिकित्सा सुविधा की सौगात मिली है. सैम हॉस्पिटल में सेंटर शुरू हुआ. हॉस्पिटल और इंदिरा आईवीएफ की संयुक्त पहल से यह सुविधा शुरू की गई है. आईवीएफ सेंटर खुलने से संतान की उम्मीद संजोए दंपतियों को जिले में ही उन्नत तकनीक के माध्यम से इलाज की सुविधा मिल सकेगी.

चिकित्सक डॉ आजमे जेहरा ने बताया कि जिले का यह पहला आईवीएफ सेंटर है. यहां उन महिलाओं की जांच और परामर्श दिया जाएगा, जिन्हें गर्भ धारण में दिक्कते हैं. बताया कि अस्पताल में कम खर्च में महिलाओं की जांच और चिकित्सकीय सुविधा प्रदान की जाएगी. अन्य अस्पतालों में जहां तीन लाख खर्च करने होंगे, वहीं सैम हॉस्पिटल में आधे पैसों में ही यह सुविधा मिलेगी.
उन्होंने यह भी बताया कि कई महिलाओं में बहुत मामूली दिक्कतें होती हैं, लेकिन उनकी ठीक ढंग से जांच नहीं हो पाती है. इसलिए गर्भ धारण नहीं कर पाती हैं. यदि उनकी सही तरीके से जांच और चिकित्सकीय प्रक्रिया पूरी की जाए तो दिक्कत दूर हो जाती है. इसका खर्च भी काफी कम होता है. अतिपिछड़े जिले में इस तरह का केंद्र शुरू होने से यहां की गरीब जनता को भी लाभ होगा.
इस कैंप में डॉ. अज्मे जेहरा, डॉ. एसजी इमाम और रिया शर्मा ने रोगियों की जांच की और उन्हें जरूरी चिकित्सीय सुझाव दिए. अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि आगे भी इस तरह के जागरूकता और परामर्श शिविर आयोजित किए जाएंगे, ताकि अधिक से अधिक लोग इस सुविधा का लाभ उठा सकें.