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SAM HOSPITAL : चंदौली को मिला पहले आईवीएफ सेंटर की सौगात, सांसद डॉ बिनोद बिंद ने किया इंदिरा आईवीएफ का उद्घाटन…

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The News Point(चंदौली) : पिछड़े जिलों में शामिल चंदौली को इनफर्टिलिटी से जुड़ी देश की सबसे अग्रणी पहली इंदिरा आईवीएफ (इन विट्रो फर्टिलाइजेशन) सेंटर की सौगात मिली है, जिसका उद्घाटन भाजपा सांसद डॉ बिनोद बिंद ने फीता काटकर किया. मुख्यालय स्थित सैम हॉस्पिटल में संचालित होने वाले इंदिरा आईवीएफ सेंटर की शुरुआत एक सकारात्मक पहल है, जो क्षेत्र के चिकित्सा परिदृश्य को बदल सकती है. यह केंद्र तकनीकी दक्षता, अनुभवी चिकित्सकों और मानवीय दृष्टिकोण के साथ इजारों परिवारों को संतान सुख देकर जीवन में खुशियां लौटाने का काम करेगा.

बड़े शहरों पर घटेगी निर्भरता 

भाजपा सांसद डॉ विनोद बिंद ने सेंटर का उद्धाटन करते हुए  कहा, यह एक ऐतिहासिक क्षण है, न सिर्फ चंदौली बल्कि  पूरे पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार के लिए, क्योंकि यह केंद्र  निःसंतान दंपतियों के जीवन में खुशियाँ लौटाने का कार्य करेगा. जिस तरह डॉ. सैयद गजनफर इमाम और उनकी पत्नी डॉ. आज़्मे जेहरा ने दिल्ली जैसे बड़े शहर में पढ़ाई और वहां चिकित्सा  सेवाएं देने के बाद चंदौली में अस्पताल स्थापित कर लोगों की सेवा का जो संकल्प लिया है. वह अपने आप में कठिन और चुनौतीपूर्ण है, इसकी जितनी  सराहना की जाय कम है, क्योंकि ऐसे काम मे  लगातार मुश्किलें और चुनौतियों का सामना करना पड़ता है. कहा कि सैम अस्पताल के इंदिरा आईवीएफ क्लीनिक में आधुनिक तकनीक  चिकित्सा संबंधित उपकरण एवं सेवाएं सुविधा उपलब्ध है. जो स्थानीय जनता को बेहतर रिजल्ट प्रदान करेंगे.

उन्होंने कहा कि जिले में पहले हारमोंस की जांच के लिए बनारस व इलाहाबाद जैसे बड़े शहरों में  सैंपल भेजना पडता था. जिसकी रिपोर्ट मिलने में दो से तीन दिन लग जाते थे, लेकिन हार्मोन्स टेस्टिंग  की सुविधा अब से अस्पताल में उपलब्ध है. जिससे कम समय में ऐसी जांच की रिपोर्ट उपलब्ध हो  सकेगी. यह सब कुछ चंदौली जैसे छोटे शहर में  उपलब्ध कराना बड़ी बात है. डॉक्टर गजनफर का यह प्रयास स्थानीय लोगों के साथ ही पूर्वाचल के  अन्य मरीज के लिए सुविधाजनक साबित होगा. अंत  में उन्होंने कहा कि हम सभी को अपने काम के साथ ही अपने अंदर इंसानियत को जिंदा रखना चाहिए. चंदौली में बहुत सारे गरीब मरीज हैं, जो पैसे के अभाव में अपना समुचित इलाज नहीं करवा पाते है. उम्मीद है सैम अस्पताल ऐसे मरीज का भी उपचार करेगा  जिनके पास दवाई इलाज के पैसे नहीं होंगे.

कम लागत में मिलेगी विश्वस्तरीय इलाज की सुविधा 

सैम हॉस्पिटल के संचालक एस जी इमाम ने बताया कि इस आईवीएफ सेंटर में विश्वस्तरीय तकनीकों का इस्तेमाल किया जाएगा और इलाज की लागत अन्य शहरों  की तुलना में काफी कम होगी. हमारा लक्ष्य  है कि आम आदमी को भी उच्च गुणवत्ता की स्वास्थ्य सेवा मिले. इसलिए हमने इस पिछड़े जिले में इलाज की दरें इतनी तय की हैं कि किसी को आर्थिक तंगी के चलते इलाज से वंचित न रहना पड़े. उन्होंने यह भी घोषणा की कि शुरुआती कुछ महीनों में आने वाले मरीजों के लिए  विशेष छूट योजना चलाई जाएगी, जिससे वे न्यूनतम खर्च में उच्चस्तरीय इलाज प्राप्त कर सकेंगे.

आईवीएफ के अलावा निः संतानता से जुड़ी अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध 

आईवीएफ सेंटर की प्रमुख विशेषज्ञ डॉ. आज्मे जेहरा ने कहा कि इंदिरा  आईवीएफ क्लिनिक हर 100 किलोमीटर पर अपना एक केंद्र स्थापित करने की दिशा में काम कर रहा है. चंदौली में इंदिरा आईवीएफ की सुविधा अस्पताल  संचालक डॉ गजनाफर के मरहूम पिता डॉ बबुआ की  याद में स्थापित कर उन्हें जनता को समर्पित किया जा रहा है. उनके पिता का सपना था कि उनके द्वारा  स्थापित अस्पताल ऊचाइयों को स्पर्श करें. आज हम  सभी मरीजों को सकारात्मक रिजल्ट प्रदान करने  एवं उनके मातृत्व का सपना साकार करने की दिशा  में काम कर रहे हैं. कहा कि किसी भी जगह विकास के लिए कुछ बड़ा होना जरूरी है, जब भी कुछ ऐसा  होता है तो वहां मौजूद लोग कुछ और बड़ा करने की  कोशिश करते हैं. जिससे क्रमबद्ध तरीके से उस जगह का विकास होता है.

हमारा प्रयास है कि हम सभी  मिलकर कम खर्चे में मरीजों को बेहतर रिजल्ट दे सके. इस क्षेत्र में यह पहला केंद्र है, जो पूर्ण रूप से आईवीएफ की उच्च तकनीक से लैस है. यहां आने वाले मरीजों को पूरी गोपनीयता, उचित मार्गदर्शन और उन्नत तकनीकी सुविधाएं दी जाएंगी. हम न सिर्फ आईवीएफ बल्कि आईयूआई, आईसीएसआई, एग फ्रीजिंग जैसी सभी आधुनिक सेवाएं उपलब्ध कराएंगे.

इंदिरा आईवीएफ के डॉक्टर आरबी सिंह ने कहा कि  चंदौली में अब आधुनिक तकनीक और कुशल चिकित्साकों के परामर्श से लोगों को बेहतर  चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराने का काम किया जा  रहा है जिसकी शुरुआत से मसाला से हो चुकी है। इस  मौके पर जैगम इमाम जिशान हैदर, डॉ महेन्द्र नाथ  पांडेय, डॉ रमाशंकर सिंह, डॉ विवेक सिंह, इम्तियाज  आलम, रियाज अहमद, नारायण दास जायसवाल,  पवन सेठ, राजीव अग्रहरि, संदीप अग्रहरि आदि  उपस्थित रहे। आभार डॉ सैयद गजनफर इमाम ने  व्यक्त किया।

इलाज के साथ फैलाई जाएगी जागरूकता 

गौरतलब है कि यह आईवीएफ सेंटर जिले में स्वास्थ्य सेवाओं के स्तर को नई ऊँचाई पर ले जाने वाला साबित होगा. यह केंद्र न केवल उपचार प्रदान करेगा, बल्कि लोगों में  जागरूकता भी फैलाएगा कि बांझपन कोई लाइलाज  समस्या नहीं है. इसके इलाज अब उनके अपने ही जिले में  उपलब्ध हैं. उम्मीद की जा रही है कि चंदौली जल्द ही एक मेडिकल हब के रूप में उभरेगा. जहाँ उन्नत चिकित्सा सुविधाएं ग्रामीण क्षेत्रों के नजदीक उपलब्ध होंग. 

बता दें सैम हॉस्पिटल के संचालक डॉ गजनफर ने दिल्ली से मेडिकल की उच्च शिक्षा प्राप्त की. इसके बाद एम्स में लंबे समय तक रेजिडेंट डॉक्टर के तौर पर काम किया. इसके अलावा आईवीएफ सेंटर की प्रभारी डॉ आजमे जेहरा ने भी दिल्ली से ही मेडिकल की उच्च शिक्षा प्राप्त की, और कई प्रतिष्ठित बड़े हॉस्पिटल में अपनी सेवा दी. जिसके बाद उन्होंने वालिदान डॉ बबुआ की प्रेरणा से चंदौली में चिकित्सा सेवा का मन बनाया.

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