The News Point (चन्दौली) : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को चंदौली दौरे पर रहेंगे. जहां चंदौली में रामगढ़ स्थित बाबा कीनाराम आश्रम में करीब 1 घण्टे तक जन्मोत्सव कार्यक्रम में शामिल होंगे और दर्शन पूजन के साथ ही लोगों को संबोधित करेंगे. इसके अलावा इस पौराणिक महत्व के स्थल को पर्यटन से जोड़ने के साथ ही करोड़ की लागत से इसके विकास कार्यों की सौगात देंगे. सीएम योगी के प्रस्तावित कार्यक्रम के मद्देनजर सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई है. जबकि सुरक्षा की भी चाक चौबंद व्यवस्था कर ली. वहीं सीएम के कार्यक्रम को देखते हुए वीवीआईपी प्रोटोकॉल मेंटेन किया किया जा रहा है.
सीएम योगी आदित्यनाथ प्रोटोकॉल के तहत दोपहर 3 बजे बाबा कीनाराम इंटर कालेज पहुंचेंगे. वहां करीब 1 घण्टे बाबा कीनाराम मठ के लिए रिजर्व रहेगा. इस दौरान वे कीनाराम जन्मस्थली का अवलोकन करेंगे साथ ही दिव्यता भव्यता को बढ़ाने के लिए विभिन्न विकासपरक योजनाओं का लोकार्पण, शिलान्यास करेंगे. इस दौरान उनकी महंत सिद्धार्थ राम गौतम व कार्यक्रम संयोजक अजित सिंह से मुलाकात भी होगी. जिसके बाद सीएम योगी आदित्यनाथ सभा को संबोधित करेंगे.
जिलाधिकारी निखिल फुंडे ने जानकारी देते हुए बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को चन्दौली दौरे पर रहेंगे. यहां बाबा कीनाराम जन्मोत्सव कार्यक्रम में शामिल होंगे. उनके आगमन व जन्मोत्सव को लेकर सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई. कार्यक्रम के मद्देनजर मातहतों को आवश्यक निर्देश दिए गए है. सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं.
सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद
वहीं एसपी चन्दौली ने बताया कि बाबा कीनाराम जन्मोत्सव में लगने वाले मेले में शांति व्यवस्था के लिए पुलिस के साथ ही पीएसी को तैनात किया जाएगा। सुरक्षा के मद्देनजर 6 सीओ, 11 इंस्पेक्टर, 109 एसआई, 14 महिला दरोगा, 337 मुख्य आरक्षी/ आरक्षी, 54 महिला आरक्षी, 27 यातायात पुलिसकर्मी, 1 कम्पनी, 2 प्लाटून पीएसी, अग्निशमन दल को लगाया गया है. सीसीटीवी कैमरे से मेला क्षेत्र की निगरानी की जाएगी. इसके अलावा एंटी रोमियो स्क्वायड व पीएसी की टीमें लगाई जाएंगी.मेला परिसर में वाहनों पर प्रतिबंध लगाने के लिए बैरिकेडिंग की गई है.
दो संतो का समागम
बाबा कीनाराम जन्मोत्सव के संयोजक ने अजित सिंह ने बताया कि योगी आदित्यनाथ की यह तीसरी आध्यात्मिक यात्रा है, इससे पूर्व में भी वह इस पीठ पर 2019 और 2021 में भी पधार चुके है. उनकी यह यात्रा एक मुख्यमंत्री के तौर पर नहीं बल्कि गोरक्ष पीठ के पीठाधीश्वर के तौर हो रही है. यहां उनकी मुलाकात अघोर पंथ के पीठाधीश्वर सिद्धार्थ राम गौतम से होगी. रविवार का दिन दो संतों के समागम का संयोग होगा. यह पीठ रहस्यों से परिपूर्व और अध्यात्म की अमानत है. यहां से जो एक ऊर्जा निकलती निकलती है, उसे पूरे भारत भूमि पर बिखेरने का एक प्रयास है. उनके आगमन व जन्मोत्सव की सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई है.