The News Point (चंदौली) – नौगढ़ थाना क्षेत्र के मझगाई गांव के सात बच्चों के अचानक लापता होने की सूचना से इलाके में सनसनी फैल गई, वहीं बच्चों के गायब होने की खबर मिलते ही प्रशासन और पुलिस महकमा भी सक्रिय हो गया. जंगलों में कांबिंग शुरू की गई और वाहनों की सघन जांच की गई. काफी ख़ोजबीन के बाद सभी बच्चे दूसरे गांव से बरामद हुए.
बताते है कि मंगलवार की सुबह मझगाई निवासी विमलेश के दो बच्चे, घमड़ी के दो बच्चे और मोहन के तीन बच्चे अपने घरों से अचानक गायब हो गए. बताया गया कि सुबह 8 बजे विमलेश,घमड़ी और मोहन अपनी पत्नियों के साथ मजदूरी के लिए मिर्च तोड़ने निकल गए थे. शाम 6 बजे जब वे घर लौटे तो बच्चों को घर पर न पाकर घबरा गए और तत्काल पुलिस को सूचना दी. सूचना मिलते ही आला अधिकारी चौकन्ना हो गए. मौक़े पर तत्काल उपजिलाधिकारी विकास मित्तल, क्षेत्राधिकारी नामेन्द्र कुमार रावत, नौगढ़ थाना अध्यक्ष सुरेंद्र कुमार यादव और चकरघट्टा थानाध्यक्ष दयाराम गौतम मौके पर पहुंचे. पुलिस बल व पीएसी बल के साथ वन विभाग के अधिकारी और वन रेंजर भी पहुंचे. पूरे जंगल में कांबिंग ऑपरेशन चलाया गया और वाहनों की जांच शुरू कर दी गई.
करीब रात 8 बजे विशेषरपुर गांव के निवासी रामजी कोल ने पुलिस को सूचना दी कि उनके घर पर सात बच्चे भटककर आए हैं, जिन्हें उन्होंने खाना खिलाकर सुरक्षित रखा है. सूचना उपरांत पुलिस तत्काल विशेषरपुर पहुंची और बच्चों की पहचान की. सभी बच्चे मझगाई गांव के ही निवासी लापता निकले.
मौके पर पहुंचे एसडीएम विकास मित्तल और क्षेत्राधिकारी नामेन्द्र कुमार रावत ने बच्चों को बिस्किट चाकलेट खिलाई और उन्हें पुलिस वाहन से उनके घर पहुंचाया. बच्चों के सुरक्षित मिलने पर गांव में खुशी की लहर दौड़ गई.
पुलिस क्षेत्राधिकारी नरेंद्र सिंह रावत ने बताया, बच्चे रास्ता भटक कर विशेषरपुर गांव पहुंच गए थे. उन्हें सही-सलामत उनके घर पहुंचा दिया गया है. प्रशासन ने तत्परता से कार्य करते हुए बच्चों को सुरक्षित बरामद किया.