The News Point : देश के पूर्व प्रधानमंत्री विश्वनाथ प्रताप सिंह “वीपी सिंह” की जयंती बुधवार को जिला पंचायत सभागार मिर्जापुर में वीपी सिंह सामाजिक न्याय मंच के तत्वाधान में धूमधाम से मनाई गई. अतिथियों और वक्ताओं ने सर्वप्रथम प्रधानमंत्री वीपी सिंह के चित्र पर माल्यार्पण कर उनके राष्ट्रीय योगदान के लिए उन्हें नमन किया.
इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सैयदराजा के पूर्व विधायक मनोज सिंह डब्लू ने कहा कि वीपी सिंह ने भारत की राजनीति में जिस चेतना और सामाजिक न्याय का बीजारोपण किया है उसे आने वाली सदियां याद रखेंगी. मंडल आयोग के सिफारिश लागू करने का उनका फैसला इस देश का सबसे साहसिक और क्रांतिकारी निर्णय था. उनके इस निर्णय ने देश की आधी आबादी की जिंदगी बदल दी. भारतीय राजनीति में उनका योगदान अविस्मरणीय एवं अतुलनीय है.

विशिष्ट अतिथि जिला पंचायत अध्यक्ष राजू कन्नौजिया ने कहा कि वीपी सिंह की मृत्यु के बाद देश के पिछड़े तबके के लोगों ने उन्हें भुला दिया यह दुर्भाग्यपूर्ण है. जबकि वह सामाजिक न्याय के असली पुरोधा थे. दलित और पिछड़े समाज के लोग उनके सदैव ऋणी रहेंगे.
अध्यक्षता करते हुए डईया स्टेट के राजकुमार पूर्व प्रधानमंत्री वीपी सिंह के पौत्र दिवाकर प्रताप सिंह उर्फ कृष्णा भैया ने कहा कि हम सब उनके बताए हुए रास्ते पर चलकर उनके सपनों का भारत बना सकें यही उनके प्रति हम सभी की तरफ से सच्ची श्रद्धांजलि होगी.

जिला सहकारी बैंक मिर्जापुर के चेयरमैन जगदीश सिंह पटेल ने कहा कि वीपी सिंह ने वित्त मंत्री रहते हुए कॉर्पोरेट लूट पर करारा प्रहार किया था. उन्होंने ताउम्र भ्रष्टाचार, सांप्रदायिकता और सामाजिक न्याय जैसे मुद्दों पर कोई भी समझौता नहीं किया. वह समाज में खुशहाली और तरक्की वली राजनीति के हिमायती थे और वंचितों के प्रति उनके मन में निश्चल भाव था.
मुख्य वक्ता अरुण मिश्रा ने कहा कि उन्होंने गरीबों और वंचितों के अधिकारों की आवाज बनकर देश में नई सामाजिक दिशा दी. उनकी दूरदर्शिता और जनहित में किए गए कार्य सदैव हमें प्रेरित करते रहेंगे.