Supreme court on Name plate : कांवड़ यात्रा (Kanwar Yatra) वाले रूट पर दुकानदारों और रेहड़ी पटरी वालों को अपनी दुकान के सामने नेम प्लेट लगाने वाले उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) और उत्तराखंड (Uttrakhand) सरकार के फरमान पर सुप्रीम कोर्ट (Supreme court) ने सोमवार को अंतरिम रोक लगा दी. इस बीच अब बागेश्वर धाम (Bageshwar Dham) के महंत धीरेंद्र शास्त्री (Dhirendra Krishna Shashtri) का विवादित बयान सामने आया है. उन्होंने धमकी भरे अंदाज में बागेश्वर धाम के आस पास के दुकानदारों के लिए फरमान जारी कर कहा है कि 10 दिन के अंदर अपने-अपने दुकानों के सामने नेम प्लेट टांग लें. ताकि, राम और रहमान वालों की पहचान हो सके.
आपको बता दें कि इस मामले में दायर की गई याचिकाओं पर सुनवाई के बाद सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को नेम प्लेट वाले सरकारी आदेशों पर अंतरिम रोक के साथ ही उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और मध्य प्रदेश सरकार को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है. मामले में अगली सुनवाई 26 जुलाई को होगी.
बाबा ने दिया ये तर्क
छतरपुर जिले स्थित बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड की तरह बागेश्वर धाम में लगी दुकानों पर नेम प्लेट लगाने को कहा है. कहा कि धाम की सभी दुकानों और होटलों के बाहर मालिक का नाम लगाना जरूरी है. उन्होंने अपने फैसले को जायज ठहराते हुए इसे अच्छा काम करार दिया. उन्होंने कहा कि हमें अपने बाप का नाम लिखने में क्या तकलीफ है. इस कार्य की तो सराहना होनी चाहिए.
समिति की बैठक में पीठाधीश्वर आदेश पर लगाएंगे मुहर
दरअसल, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड सरकार ने कांवड़ यात्रा मार्ग पर खाने-पीने के सामान का व्यवसाय करने वाले होटल, रेस्तरां, ढाबा, रेहड़ी-ठेली वालों को नेम प्लेट लगाकर मालिक का नाम, पता और मोबाइल नंबर लिखने का आदेश दिया गया था. इसी की देखा देखी मध्य प्रदेश में भी इस तरह के नियम बनाने की मांग की जा रही थी. इस बीच अब बागेश्वर धाम में भी इसी तरह का नियम लागू किया जा रहा है. धाम की समिति की बैठक में पीठाधीश्वर इस आदेश पर मुहर लगाएंगे.
हालांकि, पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने एक बयान के बीच कहा कि हमें न राम से दिक्कत है और न रहमान से दिक्कत है. हमें कालनेमियों से दिक्कत है. इसलिए अपनी दुकान के बाहर नेम प्लेट टांग दो, ताकि आने वाले श्रद्धालुओं का धर्म और पवित्रता भ्रष्ट न हो. उन्होंने कहा कि ये हमारी आज्ञा है कि बागेश्वर धाम के सभी दुकानदार 10 दिन के अंदर नेम प्लेट टंगवा लें, नहीं तो ध्यान समिति की ओर से कानून के मुताबिक विधिक कार्रवाई की जाएगी.