The News Point (चंदौली) : कांवड़ यात्रा से पूर्व रास्ते पर पड़ने वाले सभी दुकानों और ठेले पर मालिक का नाम चस्पा करने के आदेश ने यूपी की सियासत में को गर्म कर दिया है. इस आदेश को लेकर विपक्षी खेमे के नेता यूपी सरकार पर निशाना साध रहे हैं. इस बीच, पूर्व सांसद रामकिसुन यादव ने भी भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा.कहा, सीएम योगी का यह फरमान संविधान को खतरे में डालने वाला है.
इस दौरान पूर्व सांसद ने कहा कि सपा सरकार में बबुरी सीएससी बनाई जा रही थी सरकार बदली कार्य रोक दिया गया. अब जाकर आधा अधूरा कार्य पूरा करने का प्रयास 7 वर्षों से ज्यादा हो गया. पता चला कि अस्पताल का उद्घाटन भी हो गया एक भी डॉक्टर एक भी स्टाफ अभी तक नियुक्त नहीं है. यही हाल एक एकौनी स्वास्थ्य केंद्र का है बिल्डिंग बन गई है, उसमें ना तो डॉक्टर हुए ने स्टाफ है. बल्कि वहां पर दो दर्जन से ज्यादा एंबुलेंस की गाड़ी खड़ी रहती है. ट्रामा सेंटर का क्या हुआ कभी बाउंड्री बनती है तो कभी गिरती है. कई बार शिलान्यास उद्घाटन किया गया लेकिन ट्रामा सेंटर का मुर्त रूप नहीं दिया जा सका. यही है भाजपा का विकास के रूपरेखा है.
उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा दुकानों पर नाम चस्पा करने का आदेश भारतीय संविधान विरोधी न्याय विरोधी निर्णय है. धर्म जाति के आधार पर दुकानदारों को अपने नाम लिखने के लिए अनिवार्य करना भारतीय संविधान की घोर अवहेलना है. आजादी के बाद आज तक कभी भी इस प्रकार का कार्य नहीं हुआ. सभी लोग धार्मिक कार्यों में शुद्धता बनाए रहते हुए एक दूसरे को सम्मान देते चले आ रहे हैं, और उत्तर प्रदेश सरकार के इस निर्णय से नफरत की बु-आ रही है. लोगों में भय पैदा करने की कोशिश की जा रही है. सभी धर्म के लोग एक दूसरे के धार्मिक कार्यों में शुद्धता बनाते हुए शरिक होते रहते हैं. आज धर्म जाति के आधार पर चिन्हित करना भारतीय संविधान में दिए गए अधिकारों पर हमला भाजपा सरकार द्वारा किया जा रहा है. इसे किसी सूरत में समाजवादी पार्टी बर्दाश्त नहीं करेंंगी.