The News Point(चंदौली) : भदोही लोकसभा सीट पर चुनाव भले सम्पन्न हो गया हो, लेकिन सियासत अभी बाकी है. राजनीति के मैदान में पटखनी खाने के बाद टीएमसी नेता ललितेश पति त्रिपाठी अब न्यायालय की शरण में पहुँच गए है. जहां बीजेपी सांसद डा. बिनोद बिंद के खिलाफ दलील देते नजर आएंगे. दरअसल ललितेश ने भदोही सांसद के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका दाखिल करते हुए निर्वाचन अमान्य घोषित करने की मांग की है.
ललितेश पति त्रिपाठी का कहना है कि किसी डा. विनोद बिंद ने निषाद पार्टी का सदस्य रहते हुए भाजपा के चुनाव चिन्ह पर 78-भदोही लोकसभा से चुनाव लड़ा. डॉ विनोद कुमार बिंद ने संविधान की 10वीं अनुसूची एवं लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 के नियमों का उल्लंघन किया है. इसी आधार पर आज मैंने इलाहाबाद उच्च न्यायालय के नियमों के अनुसार रजिस्ट्रार जनरल के समक्ष एक चुनाव याचिका प्रस्तुत कर यह मांग की है कि 78-भदोही लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से सांसद के रूप में डॉ विनोद कुमार बिंद का निर्वाचन अमान्य घोषित किया जाए.
गौरतलब है कि पेशे से चिकित्सक डा. विनोद बिंद 2022 विधानसभा चुनाव में मिर्जापुर जनपद की मझवां विधानसभा से निषाद पार्टी प्रत्याशी के रुप में चुनाव जीतकर विधायक बने. जिसके बाद बतौर एनडीए गठबंधन लोक सभा चुनाव में बीजेपी के सिंबल पर भदोही से चुनाव लड़ा और टीएमसी उम्मीदवार ललितेश पति त्रिपाठी को हराकर सांसद बने. लेकिन चुनाव में मिली इस हार को ललितेश पति त्रिपाठी पचा नहीं पा रहे है,और उनकी इसी जीत को ललितेश ने हाईकोर्ट में चुनौती दी है.