The News Point (चंदौली) : टेंडर प्रक्रिया में भ्रष्टाचार का एक और मामला शनिवार को सामने आया है। कलेक्ट्रेट में पहुंचे डिस्ट्रिक्ट डेमोक्रेटिक बार एसोसिएशन के महामंत्री झन्मेजय व अन्य अधिवक्ताओं ने ठेकेदारों को टेंडर नहीं देने का आरोप पीडब्ल्यूडी के बाबू पर लगाया। आरोप लगाया कि जनपद के निर्माण कार्य में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। यहां टेंडरों को माननीय की सरपरस्ती में मैनेज किया जा रहा है, जिसमें पीडब्ल्यूडी विभाग के साथ ही प्रशासनिक अधिकारियों की मिलीभगत है, जिसकी नजीर शनिवार को कलेक्ट्रेट में देखने को मिली है।
इस बाबत महामंत्री झन्मेजय सिंह ने बताया कि उन्हें एक ठेकेदार द्वारा इस बात की शिकायत की गई कि कलेक्ट्रेट में पीडब्ल्यूडी विभाग का कर्मचारी टेंडर दे रहा है, जानकारी के बाद जब पहुंचे तो उसे टेंडर देने से साफ इन्कार कर दिया। शिकायत के बाद जहा महामंत्री झन्मेजय सिंह अपने साथियों के साथ पहुंचे तो पाया कि ठेकेदार की शिकायत सही है और कर्मचारी द्वारा दूसरे ठेकेदारों को टेंडर नहीं वितरित किया जा रहा है, जिसे लेकर पीडब्ल्यूडी के कर्मचारी व अधिवक्ता झन्मेंजय सिंह के बीच तनातनी भी हुई। हंगामा होने के बाद वहां एडीएम सुरेन्द्र सिंह पहुंचे और उन्होंने सभी टेंडर को कब्जे में ले लिया।
झन्मेजय सिंह ने आरोप लगाया कि एक विधायक के इशारे पर टेंडर को मैनेज किया जा रहा है। यह पूरा मामला भ्रष्टाचार से जुड़ा है यदि मामले में उचित कार्यवाही नहीं हुई तो इसके खिलाफ मोर्चा खोला जाएगा। रीट दाखिल किया जाएगा। इस बाबत पीडल्यूडी के अधिशासी अभियंता कृष्ण कुमार ने बताया कि आफलाइन टेंडर की व्यवस्था पर शासन ने रोक लगाने के दिशा-निर्देश प्राप्त हुए है। उक्त टेंडर की आनलाइन प्रक्रिया पूरी करा दी गयी है। अब सभी टेंडर आनलाइन होंगे।