Chandauli news : एक तरफ जहां सरकार स्वच्छता अभियान चला रही है. हर घर शौचालय का नारा दे रही है. वहीं बलुआ थाना के टांडाकला ग्राम पंचायत में बड़ा घोटाला सामने आया है. ग्राम प्रधान व सचिव ने मिलीभगत कर शौचालय की धनराशि निकालकर अपने खाते में ट्रांसफर करा ली, जबकि लाभार्थियों को पैसा नहीं मिला. उनके शौचालय भी नहीं बने. शिकायत के बावजूद जब कोई कार्रवाई नहीं हुई तो प्रार्थी ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत का दरवाजा खटखटाया. सीजेएम के निर्देश पर प्रधान, सचिव समेत तीन पर बलुआ थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है.
टांडा कला गांव निवासी हरेराम तिवारी ने डीपीआरओ से आनलाइन शिकायत की थी कि ग्राम प्रधान अमरेश कुमार मौर्या और तत्कालीन सचिव नित्यानंद ने लाभार्थियों के शौचालय के लिए भेजी गई 4 लाख 70 हजार रुपये धनराशि प्रधान के निजी खाते में ट्रांसफर करा ली. गांव में कुछ गिने-चुने लाभार्थियों को शौचालय का पैसा दिया गया, जबकि अन्य लाभार्थी इससे वंचित हैं. मामले की जांच व लाभार्थियों के सत्यापन के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई.
इस पर प्रार्थी ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में गुहार लगाई। सीजेएम कोर्ट ने बलुआ पुलिस को प्रधान अमरेश कुमार मौर्या, सचिव नित्यानंद और अमित कुमार सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया. इस पर पुलिस ने तीनों के खिलाफ आईपीसी की धारा 406 के तहत मुकदमा दर्ज किया है.