The News Point : भारत-सिंगापुर और एशियाई स्कूल्स मैथ ओलंपियाड (SASMO) के भारत प्रमुख रुपेंद्र दुबे ने वाराणसी के द गुरुकुलम स्कूल का दौरा किया. उनकी यात्रा का उद्देश्य छात्रों और शिक्षकों के साथ संवाद स्थापित करना था, ताकि ओलंपियाड की तैयारी के महत्व को समझाया जा सके और युवाओं में अकादमिक उत्कृष्टता एवं आलोचनात्मक सोच को बढ़ावा दिया जा सके.
छात्रों के साथ एक इंटरैक्टिव सत्र के दौरान रूपेंद्र दुबे ने ओलंपियाड के माध्यम से विश्लेषणात्मक और समस्या-समाधान क्षमताओं को बढ़ाने में इसकी भूमिका को उजागर किया. उन्होंने छात्रों को जिज्ञासा, अनुशासन और दृढ़ता के साथ तैयारी करने के लिए प्रेरित किया, ताकि वे अंतरराष्ट्रीय मंच पर सफल हो सकें.
द गुरुकुलम स्कूल की एकेडमिक प्रगति के प्रति प्रतिबद्धता को मान्यता देते हुए उन्होंने इसे वाराणसी का पहला SASMO ऑफलाइन परीक्षा केंद्र घोषित किया. यह उपलब्धि वैश्विक स्तर पर मान्यता प्राप्त शिक्षा के अवसरों को शहर में लाने और छात्रों को प्रतिस्पर्धी अकादमिक मंचों में उत्कृष्टता हासिल करने के लिए सशक्त बनाने का एक महत्वपूर्ण कदम है.
उन्होंने कहा कि द गुरुकुलम स्कूल के छात्रों को सिंगापुर में होने वाले अंतिम SASMO राउंड के लिए योग्य होते देखने की आशा व्यक्त की. उन्होंने छात्रों को प्रेरित किया कि वे ऊंचे लक्ष्य निर्धारित करें और वैश्विक मंच पर भारत का गर्व से प्रतिनिधित्व करें.
स्कूल प्रबंधन ने उनके प्रेरणादायक दौरे के लिए हार्दिक धन्यवाद व्यक्त किया और SASMO जैसे प्रतिष्ठित संगठनों के साथ सहयोग के माध्यम से अकादमिक उत्कृष्टता को प्रोत्साहित करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई. कहा कि की यह पहल न केवल द गुरुकुलम को ओलंपियाड की तैयारी का केंद्र बनाती है, बल्कि शिक्षा में उत्कृष्टता और नवाचार की संस्कृति को विकसित करने के स्कूल के मिशन को भी रेखांकित करती है.