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Chandauli News : DM-SP ने ली सड़क सुरक्षा संभागीय बैठक, दुर्घटना रोकने को बना डिस्ट्रिक्ट सेफ्टी प्लान, पढ़िए पूरी खबर…

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Chandauli news :  कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी निखिल फुंडे एवं पुलिस अधीक्षक डॉ अनिल कुमार के निर्देशन में सड़क सुरक्षा से संबंधित संभागीय समिति की बैठक आयोजित की गई. बैठक में जिलाधिकारी निखिल टी फुंडे ने कहा कि जिले में दुर्घटनाएं रोकने के लिए डिस्ट्रिक्ट सेफ्टी प्लान बनाएं. सड़क दुर्घटनाओं पर नियंत्रण के लिए जरूरी उपायों पर चर्चा की गई.

इस दौरान सड़क दुर्घटना रोकने को जिन मुद्दों पर चर्चा हुई. इसमें सड़कों के निर्माण से जुड़े विभाग सड़कों में सुधार तथा संकेतक लगाने एवं तीव्र मोड़ों को ठीक करने का प्रयास करने, वाहन चालकों के आंखों की नियमित जांच कराने, यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों के विरूद्घ कड़ी कार्यवाही करने, नियमित रूप से शिविर लगाकर वाहन चालकों को जागरूक करने, स्कूल तथा कालेज में भी यातायात जागरूकता शिविर आयोजित करने, तथा परिवहन अधिकारी बसों के फिटनेस और प्रदूषण की नियमित जांच करना शामिल है.

इसके अलावा जिन वाहन चालकों द्वारा लापरवाही पूर्वक वाहन चलाकर दुर्घटना को अंजाम दिया जाता है,उनके लाइसेंस निरस्त करने की कार्यवाही करें. दुर्घटना रोकने तथा दुर्घटना पीड़ितों को तत्काल उपचार सहायता पहुंचाने वाले को पांच हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि देने का प्रावधान है. दुर्घटना के एक घंटे के अंदर पीड़ित को अस्पताल पहुंचाने पर यह राशि दी जाती है. इस योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार कराएं. मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी दुर्घटना में राहत और बचाव कार्य के लिए तैनात होने वाले पैरामेडिकल स्टाफ तथा अन्य विभाग के अधिकारियों को उचित प्रशिक्षण देने के लिए शिविर आयोजित किए जाने के निर्देश दिए.

इस दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि आज की दुनिया में सड़क और परिवहन प्रत्येक मानवीय जीवन का एक अभिन्न अंग बन गया है. हर व्यक्ति किसी न किसी रूप में एक सड़क उपयोगकर्ता है. वर्तमान परिवहन प्रणाली ने दूरियों को कम कर दिया है, लेकिन इसने दूसरी ओर जीवन के जोखिम को बढ़ा दिया है. हर साल सड़क दुर्घटनाओं में लाखों लोगों की जान चली जाती है,और करोड़ों लोग गंभीर रूप से घायल हो जाते हैं. ज्यादातर मामलों में दुर्घटनाएं या तो लापरवाही के कारण होती हैं, या सड़क उपयोगकर्ता की सड़क सुरक्षा जागरूकता की कमी के कारण होती हैं. इसलिए सड़क सुरक्षा शिक्षा जीवित रहने के किसी भी अन्य बुनियादी कौशल की तरह ही आवश्यक है.

इस दौरान पुलिस अधीक्षक ने हमारा उद्देश्य वर्तमान और भावी सड़क उपयोगकर्ताओं के बीच सुरक्षित सड़क उपयोगकर्ता व्यवहार को प्रोत्साहित करना एवं सड़क उपयोगकर्ताओं के लिए सड़क सुरक्षा जानकारी प्रदान करना है, और हर साल हमारी सड़कों पर होने वाले दुर्घटनाओ की संख्या को कम करना है.जिले के समस्त थानों में समस्त रिक्शा चालकों, वैन एवं टैम्पो चालकों की थाने पर मीटिंग किया जायेगा एवं उन्हे नव वर्ष की मुबारकबाद देते हुए यातायात नियमों के सम्बन्ध में जागरूक किया जायेगा. 

बैठक मे दिये गये प्रमुख निर्देश

इस बैठक में रिक्शा एवं टेम्पो चालकों से शहर की यातायात व्यवस्था सुधारने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में अवगत कराया जाये.

यातायात व्यवस्था सुधारने में उनका बहुमूल्य सहयोग जैसे वाहन (रिक्शा/आटो/वैन) को निर्धारित स्थान पर पार्क करने

सड़क के बीचोबीच वाहन खड़ा न करने 

निर्धारित संख्या से अधिक सवारी न बैठाने

महिलाओं की सुरक्षा हेतु कटिबद्ध होने

उन्हे सुरक्षित सफर एवं सदव्यवहार का एहसास कराने एवं ओवरस्पीडिंग न करने के बारे में जागरूक किया जाय. 

वाहनों तथा पालतू पशुओं के सींग में रेडियम स्टीकर लगाने 

नगर क्षेत्र में यातायात जागरूकता के होर्डिंग लगाने, चौराहों में सुधार 

वाहन चालकों की स्वास्थ्य जांच के लिए शिविर लगाने का भी निर्णय लिया गया. 

सड़कों से अतिक्रमण हटाने के निर्देश

क्षेत्राधिकारी पीडीडीयू नगर व प्रभारी यातायात को शहर में सड़कों से अतिक्रमण हटाने तथा पार्किंग की उचित व्यवस्था के निर्देश दिए. इसके अलावा ब्लैक स्पॉट वाली जगहों से सौ मीटर पूर्व संकेतक लगाने और नोपार्किग के बोर्ड भी लगवाना सुनिश्चित करें. जिले में सड़क दुर्घटनाओं के संभावित क्षेत्रों व ब्लैक स्पाट, घुमावदार सड़क तथा ब्लैक स्पॉट पर 100 मीटर पूर्व से साइनेज लगाने के निर्देश दिए. सभी थाना क्षेत्रों सघन वाहन जांच अभियान चलाने के निर्देश दिए.

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