The News Point : चंदौली जिले के बलुआ थाना में चहनियां विकास खंड के पूर्व ब्लाक प्रमुख के पति और बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ चुके उपेंद्र सिंह सहित पांच लोगों के खिलाफ गाली गलौज एवं जान से मारने की धमकी के साथ-साथ अपहरण का मुकदमा दर्ज किया गया है. इसको लेकर क्षेत्र में तरह-तरह की चर्चाएं व्याप्त हैं. पुलिस भी इस मामले में मुकदमा दर्ज करने के बाद खुलकर बोलने से कतरा रही है, जिससे साफ लगता है कि मामला राजनीतिक दबाब में ही दर्ज किया गया है. इसीलिए थानेदार व सीओ सकलडीहा मामले के बारे में कुछ भी बताने से कन्नी काटते रहे.
आपको बता दें कि बीडीसी प्रत्याशी संजय चौरसिया पुत्र श्याम बिहारी चौरसिया ग्राम व पोस्ट मथेला थाना बलुआ द्वारा तहरीर के माध्यम से 5 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है, जिसमें बताया जा रहा है कि कुछ लोग उनके साथ गाली गलौज करके व जान से मरने की धमकी दी है तथा उनका अपहरण करने का प्रयास किया गया है।
इस दौरान बलुआ पुलिस द्वारा संबंधित मामले में उपेंद्र सिंह, धीरेंद्र सिंह, कृष्ण कुमार सिंह, दामोदर सिंह, नागेंद्र गुप्ता तथा अजय मिश्रा के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता 2023 के तहत 352, भारतीय न्याय संहिता 2023, 351 (2 ) तथा भारतीय न्याय संहिता 2023 , 127 के तहत मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही की जा रही है.
वहीं इस बात की चर्चा है कि ये सारा खेल भाजपा विधायक के इशारे पर हुआ है और वे ही इस मुकदमे के सूत्रधार हैं।
इस संबंध में उपेंद्र सिंह गुड्डू से बात हुयी तो उन्होंने बताया कि बीडीसी की बैठक को लेकर जब वर्तमान ब्लॉक प्रमुख द्वारा डेट रखी गई थी, तो उसी दिन मेरे द्वारा भी बैठक की डेट रखी गई। जिस पर मेरे बीडीसी को सैयदराजा विधायक सुशील सिंह और उनके लोगों द्वारा तथा चहनियां के वर्तमान ब्लॉक प्रमुख अरुण जायसवाल द्वारा धमकाने तथा गाली गलौज करने की गई थी, जिनकी तहरीर बलुआ थाने को दी गई थी, लेकिन उसका मुकदमा दर्ज नहीं किया गया। इस मामले में बलुआ थाना में केवल एनसीआर दर्ज हुआ था और आज उन लोगों द्वारा उल्टा मेरे ऊपर मुकदमा दर्ज कराया गया है। अब जबरन मेरे पर दबाव बनाने के लिए विधायक के द्वारा खेल रचा जा रहा है। जो मामले में गवाह बनाए गए हैं, वे विधायक के गुर्गे ही हैं।
उपेन्द्र सिंह का कहना है कि हमारे पक्ष में 83 बीडीसी प्रमुख के खिलाफ हैं और अविश्वास प्रस्ताव को लेकर इसके पूर्व में डीएम को पत्र भी दिया गया था, लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई है। इसलिए इनके खिलाफ कोई और आवाज नहीं उठाना चाहता है। उपेन्द्र सिंह का कहना है कि जो नाराज बीडीसी हमारे समर्थक हैं। इसी खुन्नस में यह कार्रवाई की गयी है।
इस संबंध में सैयदराजा विधायक सुशील सिंह का कहना है कि मेरे नाम को लेकर हाईलाइट होना चाह रहे हैं। बाबा की सरकार है, जिसमें गलत लोगों के खिलाफ ही मुकदमा दर्ज होता है। यदि वे सही हैं तो वे अपना पक्ष रखें और दूसरे का नाम लेकर बदनाम ना करें।