Chandauli news : जिलाधिकारी निर्वाचन अधिकारी/जिलाधिकारी निखिल टी. फुन्डे ने गत दिवस ईवीएम के सम्बन्ध में शोसल मीडिया पर किये गये फर्जी एवं भ्रामक पोस्ट को गम्भीरता से लिया है. सोशल मीडिया एक्स हैण्डल पर गुर्जर @ प्रतिहार सुरेन्दर द्वारा किये कुत्सित मानसिकता के साथ भ्रामक पोस्ट को गम्भीरत से लेते हुए हैंडलर पर एफ.आई.आर. दर्ज कराये जाने के साथ ही एक्स (ट्विटर) को पत्र लिखकर संबंधित हैण्डल के विरूद्ध कार्यवाही किये जाने हेतु निर्देशित किया. साथ ही थाना चन्दौली में आईपीसी एक्ट 1860 की धारा 505, 507 एवं सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 की धारा 66 (डी) दर्ज कराया गया.
बताते चले कि सोशल मीडिया एक्स हैण्डल पर गुर्जर @ प्रतिहार सुरेन्दर द्वारा किये कुत्सित मानसिकता के साथ ई.वी.एम. के सम्बन्ध में ’’स्थान चन्दौली, उत्तर प्रदेश लोकतंत्र से खिलवाड़, स्थानीय लोगों ने एक दुकान के अन्दर रखे 300 से अधिक ईवीएम मशीन पकड़े’’ शीर्षक के साथ वीडियो पोस्ट किया गया. प्रकरण संज्ञान में आते ही जिला निर्वाचन अधिकारी/जिलाधिकारी निखिल फुंडे ने इसे गम्भीरता से लेते हुए जाॅच कराई. तो पता चला कि लोकसभा सामान्य निर्वाचन-2019 से सम्बन्धित वीडियो को आज का दिखाते हुए लोक सभा सामान्य निर्वाचन- 2024 के पूर्व पोस्ट करके झूठ एवं भ्रम फैलाने तथा एक संवैधानिक संस्था (भारत निर्वाचन आयोग) के विरूद्ध आम जनमानस को गुमराह करने तथा शान्ति व्यवस्था तथा निर्वाचन की सुचिता को प्रतिकूल रूप से प्रभावित करने का कुत्सित प्रयास किया गया है.
यही नहीं सम्बन्धित एक्स हैण्डल के अवलोकन से स्पष्ट हुआ कि इस मीडिया हैण्डल द्वारा एक षड़यन्त्र के तहत हैस टैग द्वारा ’’ई.वी.एम. हटाओ देश बचाओ’’ अभियान चलाकर विभिन्न तिथियों में निर्वाचन प्रक्रिया व ई.वी.एम. पर भ्रामक पोस्ट किये जा रहे है. जिससे स्पष्ट है कि आम जनमानस के बीच निर्वाचन प्रक्रिया व EVM मशीन के बारे में तथ्यों से परे, असत्य व भ्रामक सूचना एक अभियान के रूप में सोशल मीडिया पर चलाई जा रही है. इस एक्स हैण्डल के जाॅच पड़ताल से स्पष्ट है कि एक प्रायोजित सोशल मीडिया नरेटिव निर्वाचन आयोग व निर्वाचन प्रक्रिया के विरूद्ध चलाया जा रहा है.
विदित हो कि सोशल मीडिया के एक्स हैण्डल पर 29 जनवरी की रात को चन्दौली एसपी अनिल कुमार की सोशल मीडिया टीम के संज्ञान में आया. तत्काल ही इसे जिला निर्वाचन अधिकारी के संज्ञान में लाया गया. तत्काल् एक्स के इस पोस्ट पर dm chandauli के आधिकारिक हैण्डल से प्रकरण का संज्ञान लेते हुए टिप्पणी कर बताया गया कि प्रकरण की जाॅंच तत्काल की जा रही है. जाॅच पूर्ण होने पर पाया गया कि यह वीडियो वर्ष-2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान का है. उस समय VVPAT को राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में शिफ्ट किया गया था. किसी प्रकार से कोई अनियमित कार्य नही हुआ था. दोबारा इस जांच तथ्यों को पोस्ट किया गया एवं इस भ्रामक सूचना का खंडन किया गया. अगले दिन हैंडलर के खिलाफ FIR दर्ज कराई गई एवं उसके बाद ट्वीटर (X) को ईमेल भेजकर हैण्डल को बैन करने के बाबत पत्र भेजा गया. जिसके सम्बन्ध में (X) द्वारा ईमेल से प्रतिउत्तर दिया गया कि कार्यवाही प्रक्रियाधीन है.
इस बाबत जिलाधिकारी/निर्वाचन अधिकारी निखिल टी. फुन्डे ने कहा कि निर्वाचन कार्यो में लगे सभी सम्बन्धित तथा जिम्मेदार प्राधिकारियों से अपेक्षा की जाती है कि वह आगामी चुनाव तक EVM के रख रखाव एंव ट्रेनिंग आदि के समय उसके प्रयोग आदि को लेकर बेहद सतर्कता बरतें तथा किसी भी अवांछनीय तत्व द्वारा शरारत पूर्ण रवैये को तुरन्त प्रशासन को अवगत करायें. जिससे कि ससमय उचित कार्यवाही की जा सके. जनपद में EVM सम्बन्धी समस्त गतिविधियों की जानकारी राजनितिक दलों एवं मीडिया को दी जाती है, ताकि पारदर्शिता एवं विश्वास का माहौल बना रहे.
जिलाधिकारी ने बताया कि जनपद के समस्त बूथों पर पहुॅंचकर मतदाताओं को मतदान के प्रति जागरूक/प्रेरित करने के लिए राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर वैन को रवाना किया गया है. यह वैन भारत निर्वाचन के निर्देश पर मतदाताओं की भ्रांतियों को समाप्त करने एवं उनकी जागरूकता बढ़ाने हेतु चलाई जा रही है. उन्होनें यह भी बताया के सभी तहसीलों पर EVM का डेमो दिखाया जा रहा है. जिससे कि लोगों की EVM के सम्बन्ध में जागरूकता बढ़े और भ्रांतियां पूरी तरह से समाप्त हो.