The News Point (चंदौली)- धान के कटोरे चंदौली में मोन्था चक्रवात, तूफान और तेज बारिश ने किसानों की कमर तोड़ दी है. खेतों में खड़ी धान की फसलें बुरी तरह प्रभावित हुई हैं. कई इलाकों में फसलें पूरी तरह से बिछ गईं, खेतों में पानी भर गया और किसानों को भारी आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ा है. किसानों की इस पीड़ा को देखते हुए राज्यसभा सांसद दर्शना सिंह ने रविवार को अपने लोकसभा क्षेत्र चंदौली के विभिन्न प्रभावित गांवो गंगेहरा, खुरुहूजा, एकौनी, बहेरा और नियामताबाद का दौरा किया. सांसद ने खेतों में जाकर किसानों से बातचीत की, फसलों के नुकसान का प्रत्यक्ष निरीक्षण किया और प्रभावित परिवारों का हाल जाना.

निरीक्षण के दौरान सांसद दर्शना सिंह किसानों की फसल देखकर भावुक हो उठीं. उन्होंने किसानों की परेशानी, आर्थिक स्थिति और फसलों के नुकसान पर गहरा दुःख जताया तथा किसानों सांत्वना दी. सांसद ने कहा कि किसानों की मेहनत और लगन देश की रीढ़ है, और सरकार हर किसान के साथ मजबूती से खड़ी है.
सांसद दर्शना सिंह ने कहा कि प्रशासन द्वारा क्षति का सर्वे कराया जा रहा है, और जो भी किसान पात्र पाए जाएंगे, उन्हें सरकारी मुआवजा और राहत सहायता शीघ्र उपलब्ध कराई जाएगी. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि किसी भी किसान के साथ अन्याय न हो और राहत वितरण में पारदर्शिता रखी जाए.
सांसद दर्शना सिंह ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की डबल इंजन की सरकार किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है. प्रभावित किसानों को हरसंभव आर्थिक सहायता, बीमा लाभ और पुनर्वास सहयोग प्रदान किया जाएगा.
इस दौरान उनके साथ उपजिलाधिकारी दिव्या ओझा, एवम ग्रामीणजन किसान आनंद सिंह पिंकू, हरिदास, रमेश, सुरेश, विनय, तर्केश्वर सिंह, राजवंश, सुदर्शन, रंग बहादुर, रविंद्र, मामू भारद्वाज (प्रधान), अम्बिका, पतिलाल, परम यादव, तेजबहादुर चौहान, शमशेर, दिनेश, रामवृक्ष और मिठाईलाल सहित कई जनप्रतिनिधि और ग्रामीण उपस्थित रहे।
सांसद दर्शना सिंह ने अंत में कहा कि आपदा की इस घड़ी में सभी जनप्रतिनिधियों और कार्यकर्ताओं को किसानों के बीच रहकर उनकी सहायता सुनिश्चित करनी चाहिए, ताकि सरकार की योजनाओं का लाभ सीधे किसानों तक पहुँचे।
गौरतलब है कि बीते दिनों आए अचानक तूफान और वर्षा से जिले के नियामताबाद, सकलडीहा और चकिया तहसील क्षेत्रों के कई गांवों में फसलों को भारी क्षति हुई है. स्थानीय प्रशासन द्वारा नुकसान का सर्वे कार्य तेजी से जारी है.


