The News Point (चंदौली) : पारंपरिक शिल्प, लघु एवं कुटीर उद्यमों के संरक्षण, प्रोत्साहन एवं अधिक से अधिक रोजगार सृजन हेतु भारतीय रेल द्वारा ‘एक स्टेशन एक उत्पाद‘ (OSOP) योजना कार्यान्वित की जा रही है. रेलवे स्टेशनों पर ओएसओपी स्टाल/ट्रॉली लगाये जाने से स्थानीय हस्तशिल्पियों, कारीगरों, काश्तकारों आदि का उत्साहवर्द्धन हो रहा है. साथ ही उनको रेलवे के माध्यम से अपने उत्पादों के लिए एक बड़ा बाजार मिल रहा है. इस योजना के तहत पूर्व मध्य रेल के पंडित दीन दयाल उपाध्याय मंडल (डीडीयू मंडल) के विभिन्न स्टेशनों पर विशेष ओएसओपी स्टॉल/ट्रॉली स्थापित करके प्रदर्शनी सह बिक्री केंद्र खोले गये हैं.
इस योजना के अंतर्गत मंडल के 19 स्टेशनों पर ओएसओपी स्टॉल/ट्रॉली उपलब्ध कराया जा रहा है. डीडीयू-गया रेल खंड में डीडीयू, गया, गुरारू, रफीगंज, अनुग्रह नारायण रोड, सोन नगर, डेहरी ऑन सोन, सासाराम, कुदरा, भभुआ रोड स्टेशन पर ओएसओपी स्टॉल तथा चंदौली मझवार एवं दुर्गावती स्टेशन पर ओएसओपी ट्रॉली उपलब्ध है. वहीं बीडी रेलखंड में हैदरनगर एवं जपला स्टेशन पर ओएसओपी स्टॉल तथा नबीनगर, मोहम्मदगंज एवं ऊंटारी रोड स्टेशन पर ओएसओपी ट्रॉली उपलब्ध है. सासाराम-आरा रेलखंड में बिक्रमगंज एवं पीरो स्टेशन पर ओएसओपी ट्रॉली उपलब्ध है.
वोकल फॉर लोकल से स्थानीय उत्पादों को मिल रहा बढ़ावा
विदित हो कि डीडीयू मंडल द्वारा ‘एक स्टेशन, एक उत्पाद‘ योजना के अंतर्गत स्थानीय कारीगरों, शिल्पकारों, बुनकरों एवं जन-जातियों के बेहतर जीविकोपार्जन, प्रोत्साहन एवं कल्याण हेतु विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर स्थानीय उत्पादों की प्रदर्शनी सह बिक्री हेतु ओएसओपी स्टाल/ट्रॉली उपलब्ध कराया जा रहा है. ‘वोकल फॉर लोकल’ के मंत्र के साथ इन स्टॉल के माध्यम से स्थानीय उत्पादों जैसे हस्तशिल्प, जरी-जरदोजी, लकड़ी से बनी कलाकृतियां, हैंडलूम, बांस से बने सामान, खाद्य सामाग्री, कृषि उत्पाद आदि को बढ़ावा मिल रहा है तथा उनसे संबंधित लोग लाभान्वित हो रहे हैं.