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Chandauli news : मंडी सचिव ने विपरण विभाग संग की छापेमारी, 250 कुंतल गेंहू की खेप बरामद, पढ़िए पूरी खबर…

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The News Point : मंडी शुल्क जमा किये बिना गैर राज्य गेहूं ले जा रहे दो वाहनों को रात्रि में जिला विपणन अधिकारी व उनकी टीम मंडी सचिव के साथ नौबतपुर बार्डर पर छापेमारी कर दिए. जिसमें टीम को एक ट्रक व एक ट्रैक्टर गेहूं की बोरियों से भरा हुआ मिला. जब जांच पड़ताल किया गया तो दोनों वाहन बिना मंडी शुल्क जमा किये ही बिहार गेहूं लेकर जा रही थी. जिसपर दोनों वाहनों से 1.57 लाख रुपये मंडी शुल्क का जुर्माना लगाया गया. 

दरअसल बुधवार को सकलडीहा एसडीएम अनुपम मिश्रा को सूचना मिली कि फगुइयाँ से दो ट्रेलर गेहूं उड़ीसा भेजने की तैयारी की जा रही है. इसपर एसडीएम ने सम्बंधित विभाग को इसकी जानकारी देकर छापेमारी के लिए कहा सूचना के बाद जिला विपणन अधिकारी अनुपम निगम अपने टीम के साथ लोकेशन पर निकल लिए. लेकिन तब तक दोनों वाहन लोकेशन से इधर उधर हो गयी थी. फिर इसकी जानकारी मंडी सभापति ज्वाइंट मजिस्ट्रेट सदर हर्षिका सिंह को भी दिया गया. 

ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने मंडी सचिव को इसकी जानकारी देते हुए कार्यवाही का दिशा निर्देश दिया. नौबतपुर बैरियर पर वाहनों की तलाशी शुरू हो गयी. लेकिन मंडी समिति को जानकारी होते ही गेहूं से भरी दोनों ट्रेलर रात्रि 02 बजे तक नौबतपुर तक नही पहुंची. हालांकि जिस उद्देश्य से यह टीम नौबतपुर में गयी थी. वह उद्देश्य पूरा हो गया. जिस वाहन का लोकेशन था वह तो जांच टीम के हाथ नही लगी. 

लेकिन उसी दौरान एक ट्रक संख्या Jh02 AA4786 दिखी। जिसे टीम ने रोका तो उसमें 250 कुंतल गेहूं भरा मिला. ट्रक के कागजात व बिल्टी का जब जांच किया गया तो प्रितपाल सिंह सैयदराजा के नाम से बिल्टी थी. ट्रक पर 250 कुंतल बिना मंडी शुल्क जमा किये वाहन बिहार भेजा रहा था. उसके साथ ही कुछ देर बाद एक ट्रैक्टर पर गेहूं लदा हुआ रोका गया. जिसपर 58 कुंतल गेहूं था. दोनों वाहन बिना मंडी शुल्क जमा किये ही बिहार जा रही थी. दोनों गाड़ियों से कुल 308 कुंतल का मंडी शुल्क 115786₹ चोरी किया गया था. दोनों गाड़ियों का चालान किया गया. इस संदर्भ में जिला विपणन अधिकारी अनुपम निगम ने बताया कि यह अभियान अभी चलेगा. उन्होंने बताया कि जनपद में विभिन्न केंद्रों से 1 लाख कुंतल तक खरीद किया गया है.

जिलाधिकारी ने दिए सख्त कार्रवाई के निर्देश

गौरतलब है कि जिले में गेहूं क्रय के लिए 87 केंद्र खोले गए है. लेकिन कई केंद्रों पर अभी तक बोहनी भी नही हो सका है. इसके पीछे का कारण यह है कि सरकार के एमएसपी से कहीं ज्यादा रेट किसानों को बिचौलिए दे रहे है. जनपद के खरीद लक्ष्य तक पहुंचना विभाग के लिए टेढ़ी खीर हो गयी है. उधर मुनाफाखोरी में व्यापारी भी किसानों से गेहूं खरीदकर उसे गैर राज्य भेज रहे है. जबकि जिलाधिकरी निखिल फुंडे ने क्रय एजेंसियों को सीधे किसानों के घर जाकर गेहूं खरीद करने का निर्देश दिए है.साथ ही मुनाफ़ाख़ोरी में लगे लोगों पर भी कार्यवाही के संकेत दिए है.

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