Chandauli news : आदर्श समायोजित शिक्षक-शिक्षामित्र वेलफेयर एसोसिएशन चार सूत्रीय मांगों को लेकर शुक्रवार को कलेक्ट्रेट पहुंचा। इस दौरान प्रशासनिक अधिकारी अनिवाश कुमार को पत्रक सौंपा और अपनी मांगों से अवगत कराते हुए उसे पूरा किए जाने की आवश्यकता जताई।
इस दौरान विजय श्याम तिवारी ने कहा कि संवैधानिक व्यवस्था के अनुसार समान कार्य के लिए समान वेतन लागू किया जाए। साथ ही स्थायी सेवा नियमावली बनाकर एक लाख 50 हजार शिक्षामित्रों के परिवार को जीवनदान प्रदान किया जाए। इसके अलावा शिक्षामित्रों को पूर्व की भांति मूल विद्यालय में वापसी का आदेश जारी किया जाए। वहीं महिला शिक्षामित्रों को उनके ससुराल के विद्यालय में स्थानान्तरित होने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। मृत शिक्षामित्रों के परिवार को यथोचित सरकारी नौकरी व मुआवजा प्रदान किया जाए, ताकि उनके दुख-दर्द को बांटने के साथ ही आर्थिक संबल प्रदान किया जा सके।
संतोष कुमार सिंह ने कहा कि सुप्रीम कोट्र के 25 जुलाई 2017 के फैसले से पूरी तरह से शिक्षामित्रों तथा उनके परिवार के भरण-पोषण पर संकट खड़ा हो गया है। इन परिस्थितियों में मानसिक प्रताड़ना झेल रहे लगभग आठ हजार से अधिक शिक्षामित्रों की हृदयघात आदि की वजह से मृत्यु हो चुकी है। यह शिक्षामित्रों के लिए अपूरणीय क्षति है। ऐसे में प्राथमिक शिक्षा की नींव को मजबूती प्रदान करने वाले शिक्षामित्रों की समस्याओं को दूर कर उन्हें आर्थिक संबल व उनके भविष्य को सुरक्षित बनाने के लिए सरकार पहल करे।
इस अवसर पर श्याम सुंदर सिंह, उमेश दूबे, सफल सिंह, चन्द्रशेखर राय, अशोक पांडेय, अशोक कुमार, महानन्द, रमेश, रामअवध यादव, चन्दन सिंह, रेखा, मधुबाला, जानकी देवी, माधुरी, वन्दना, कमलाकान्त, शबनम बानो, भगवान सिंह, ईश्वर चन्द्र पांडेय उपस्थित रहे।